नई दिल्ली: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में होने वाले G20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पहुंच चुके हैं। आज से शुरू हो रहा यह वैश्विक सम्मेलन कई प्रमुख मुद्दों पर चर्चा का मंच बनेगा। पीएम मोदी यहां तीन मुख्य सेशंस में हिस्सा लेंगे, जिनका फोकस समावेशी आर्थिक विकास, क्लाइमेट रेजिलिएंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर होगा।
विदेश मंत्रालय द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी G20 के एजेंडे पर भारत की सोच और दृष्टिकोण दुनिया के सामने रखेंगे। इस वर्ष के सेशंस को तीन प्रमुख थीम्स में बांटा गया है।
पहला विषय है — समावेशी और सस्टेनेबल आर्थिक विकास। इसमें इस बात पर चर्चा होगी कि विकास की दौड़ में कोई भी देश या समुदाय पीछे न छूटे। इस थीम में व्यापार की भूमिका, विकास के लिए वित्त जुटाना तथा कर्ज के बोझ को कम करने जैसे मुद्दों को शामिल किया गया है।
दूसरा विषय है — एक मजबूत और सक्षम दुनिया में G20 की भूमिका। इसमें प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की क्षमता, जलवायु परिवर्तन, स्वच्छ ऊर्जा की ओर बदलाव और ग्लोबल फूड सिस्टम को मजबूत बनाने जैसे मुद्दे शामिल हैं। यह थीम जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने और दुनिया भर में स्थिरता बढ़ाने पर केंद्रित है।
तीसरा विषय है — सभी के लिए एक न्यायपूर्ण भविष्य का निर्माण। इसमें क्रिटिकल मिनरल्स, गुणवत्तापूर्ण रोजगार और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सुरक्षित उपयोग जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। AI के तेजी से बढ़ते प्रभाव को देखते हुए यह विषय विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।
G20 सम्मिट से अलग, पीएम मोदी कई द्विपक्षीय बैठकों में भी हिस्सा लेंगे। इसकी शुरुआत उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ मुलाकात कर की। इस मुलाकात को लेकर पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी के 5 साल पूरे होने पर यह मुलाकात बेहद सार्थक रही। उन्होंने बताया कि बातचीत में रक्षा और सुरक्षा, न्यूक्लियर एनर्जी और ट्रेड जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया।
इसके अलावा, पीएम मोदी दक्षिण अफ्रीका की अध्यक्षता में हो रही इंडिया-ब्राज़ील-दक्षिण अफ्रीका (IBSA) लीडर्स मीटिंग में भी हिस्सा लेंगे। खास बात यह है कि यह ग्लोबल साउथ में लगातार चौथा G20 शिखर सम्मेलन है, जिसमें भारत सक्रिय भूमिका निभा रहा है।




