चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर ने मुजफ्फरपुर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का शासन लालू यादव के जंगलराज से भी बदतर है। प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार को सिर्फ अपनी कुर्सी की चिंता है, और जनता की समस्याओं से उनका कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार की राजनीतिक नैतिकता समाप्त हो चुकी है और आज बिहार में अधिकारियों का जंगलराज है। प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि पहले नीतीश कुमार को जब रेल मंत्री बनाया गया था, तो पश्चिम बंगाल में रेल दुर्घटना में 200 लोगों की मौत पर उन्होंने इस्तीफा दे दिया था, लेकिन अब बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की हार के बावजूद वह मुख्यमंत्री बने रहने की कोशिश कर रहे हैं। प्रशांत किशोर ने यह आरोप भी लगाया कि नीतीश कुमार केवल अपनी कुर्सी बचाने में लगे हुए हैं, चाहे वह भाजपा के साथ हों या राजद के।इसके साथ ही, प्रशांत किशोर ने बिहार के वित्त मंत्री सम्राट चौधरी से सवाल पूछा कि बिहार से 26 लाख करोड़ रुपये की पूंजी बैंकों के जरिए दूसरे राज्यों में क्यों चली गई। उन्होंने यह भी मांग की कि सरकार सीडी रेशियो के आंकड़े सार्वजनिक करे और बताए कि आखिर क्यों बिहार की पूंजी राज्य के बाहर भेजी गई। आखिरकार, प्रशांत किशोर ने बिहार की बढ़ती गरीबी और बेरोजगारी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि राज्य के 80 फीसदी लोग रोजाना 100 रुपये भी नहीं कमा पाते हैं और बिहार में प्रति व्यक्ति आय बहुत कम है, जो राज्य की आर्थिक स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है।
Author: Sweta Sharma
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