प्रयागराज, रविवार – उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की तैयारियों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने महाकुंभ के प्रतीक चिन्ह (लोगो) का अनावरण किया, साथ ही वेबसाइट और मोबाइल ऐप को भी लॉन्च किया। वीआईपी घाट से विशेष नाव द्वारा संगम क्षेत्र का निरीक्षण करने के बाद, मुख्यमंत्री ने साधु-संतों और अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों के साथ महाकुंभ मेले की तैयारियों को लेकर महत्वपूर्ण बैठक की।
साधु-संतों के साथ समीक्षा बैठक
रविवार सुबह 11:23 बजे परेड मैदान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलाचरण और स्वस्तिवाचन के साथ साधु-संतों के साथ बैठक की शुरुआत की। इस अवसर पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष, महामंत्री, और अन्य प्रमुख संतों का स्वागत और अभिनंदन किया गया। साधु-संतों ने महाकुंभ की बसावट, भूमि सुविधाओं में बढ़ोतरी, और संत भक्त निवास के लिए दोगुने बजट की मांग का प्रस्ताव रखा। मुख्यमंत्री ने इन सभी मुद्दों पर गहराई से चर्चा की और अधिकारियों से समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए।
अखाड़ा परिषद और संतों की मांगे
बैठक के दौरान अखाड़ा परिषद ने मांग रखी कि महाकुंभ मेले में संतों के निवास और सुविधाओं के लिए बजट दोगुना किया जाए, साथ ही भूमि सुविधाओं को और बढ़ाया जाए। साधु-संतों ने पिछले कुंभ की तुलना में इस बार की तैयारियों में अधिक सुविधाओं और संसाधनों की आवश्यकता पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने सभी प्रमुख अखाड़ों, संत पीठाधीश्वरों, दंडीवाड़ा, आचार्य वाड़ा, और तीर्थ पुरोहितों की बात ध्यानपूर्वक सुनी और महाकुंभ की सफल आयोजन के लिए समर्पित प्रयासों का आश्वासन दिया।
13 अखाड़ों की भागीदारी
महाकुंभ 2025 के लिए आयोजित इस समीक्षा बैठक में 13 प्रमुख अखाड़ों के साधु-संतों के अलावा बैरागी, संन्यासी, वैष्णव संतों के प्रमुख पीठाधीश्वर भी शामिल हुए। अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से विशेष मुलाकात भी की, जहां उन्होंने कुंभ मेले की बसावट और अन्य आवश्यक सुविधाओं को लेकर विस्तार से चर्चा की।
महाकुंभ की तैयारियों पर जोर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ 2025 की तैयारी के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक परंपराओं का प्रतीक है। सरकार इस बार महाकुंभ को वैश्विक स्तर पर भव्य और ऐतिहासिक बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि साधु-संतों और श्रद्धालुओं के लिए सभी सुविधाओं को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए।
प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियों की इस महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक से यह साफ हो गया है कि उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ 2025 को वैश्विक मंच पर विशेष पहचान दिलाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
Author: Sweta Sharma
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