लखनऊ में 7 मई को संभावित हवाई हमले या आपदा की स्थिति को ध्यान में रखते हुए मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा, जिसकी तैयारियां मंगलवार से सिविल डिफेंस कंट्रोल रूम में शुरू हो गई हैं। यह अभ्यास गृह मंत्रालय के निर्देश पर हो रहा है, जिसका उद्देश्य नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और आपात स्थितियों से निपटने के उपायों को जांचना है।
सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन अमरनाथ मिश्रा ने बताया कि इस मॉक ड्रिल के लिए सभी कर्मचारियों के साथ बैठक की गई, जिसमें हवाई हमले जैसी स्थिति में नागरिकों को सुरक्षित रखने के दिशा-निर्देश साझा किए गए। इस दौरान भीड़ नियंत्रण, सुरक्षा उपाय, और हमले के समय नागरिकों द्वारा अपनाए जाने वाले व्यवहार पर विशेष बल दिया गया।
मिश्रा ने कहा कि जैसे सेना सीमाओं पर संभावित युद्ध की तैयारी कर रही है, वैसे ही सिविल डिफेंस की टीमें शहर में नागरिकों की सुरक्षा के लिए एक्टिव हो चुकी हैं।
इस बीच उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने सभी जिलों को निर्देश दिए हैं कि मॉक ड्रिल के लिए पूरी तैयारी की जाए और जनता के साथ समन्वय बनाकर इसे अंजाम दिया जाए। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने 19 जिलों की पहचान की है, जिनमें से एक ए, दो सी और शेष बी श्रेणी में आते हैं।
ड्रिल में सायरन चेतावनी, ब्लैकआउट अभ्यास, निकासी योजना, और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा जैसे बिंदुओं पर खास ध्यान दिया जाएगा। यह अभ्यास नागरिक सुरक्षा को मजबूती देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

Author: Sweta Sharma
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