कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर चुनाव आयोग को आड़े हाथों लिया है। कर्नाटक में आयोजित ‘वोट अधिकार रैली’ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वोट की चोरी संविधान के साथ धोखा है और हर हाल में संविधान को बचाना जरूरी है। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि लोकतंत्र को कमजोर करने वाली ताकतों के खिलाफ मिलकर आवाज उठानी चाहिए।
राहुल गांधी ने कहा कि देश का संविधान हर नागरिक को वोट देने का अधिकार देता है, लेकिन आज कुछ संस्थाएं इसी अधिकार को कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा, “संविधान में महात्मा गांधी, नेहरू और पटेल की आवाज है। अगर संविधान से छेड़छाड़ की जाएगी, तो समय आने पर इसका जवाब भी जरूर मिलेगा।” रैली के दौरान राहुल गांधी ने यह भी दावा किया कि चुनाव आयोग उनसे एफिडेविट (शपथ पत्र) मांग रहा है, जबकि उन्होंने संसद में पहले ही संविधान की शपथ ली है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने राजस्थान और उत्तर प्रदेश में अपनी वेबसाइट बंद कर दी है ताकि जनता को मतदाता डेटा से जुड़ी जानकारी न मिल सके।
राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि भारत गठबंधन ने लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की, लेकिन कुछ महीनों बाद भाजपा ने विधानसभा चुनाव जीत लिया। उन्होंने इसे चौंकाने वाला बताया और कहा कि विधानसभा चुनाव में एक करोड़ नए मतदाताओं ने मतदान किया, जिससे संदेह पैदा होता है। उन्होंने अंत में कहा कि यह समय संविधान की रक्षा और मतदाता अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए एकजुट होने का है।
Author: Sweta Sharma
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