नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा हाल ही में चुनावों में कथित “वोट चोरी” को लेकर लगाए गए गंभीर आरोपों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने एक प्रेजेंटेशन (पीपीटी) के माध्यम से कर्नाटक की लोकसभा सीट, महाराष्ट्र और हरियाणा की विधानसभा चुनावों में वोटर लिस्ट में भारी गड़बड़ी और एक ही वोटर के कई राज्यों व बूथों पर नाम होने के साक्ष्य पेश किए। राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलकर काम करने का आरोप भी लगाया।
इन आरोपों के बाद भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी की तीखी आलोचना की, इसे आधारहीन और लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हमला बताया। लेकिन इस बीच कांग्रेस सांसद और तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सदस्य शशि थरूर राहुल गांधी के समर्थन में सामने आए हैं। थरूर ने राहुल गांधी के आरोपों को “गंभीर” बताते हुए कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए इनकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर कांग्रेस का एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, “ये गंभीर प्रश्न हैं जिनका सभी दलों और मतदाताओं के हित में समाधान आवश्यक है। हमारा लोकतंत्र इतना मूल्यवान है कि इसकी विश्वसनीयता को अक्षमता, लापरवाही या जानबूझकर की गई छेड़छाड़ से खतरे में नहीं डाला जा सकता।”
उन्होंने चुनाव आयोग से अपील की कि वह इस मामले में त्वरित कार्रवाई करे और स्थिति पर स्पष्टता लाने के लिए जनता को नियमित रूप से सूचित करता रहे।
शशि थरूर का यह बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि वे पिछले कुछ महीनों से कई बार पार्टी लाइन से हटकर अपनी राय जाहिर कर चुके हैं। उन्होंने न सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी, बल्कि इमरजेंसी के दौर की आलोचना भी की थी। इसके अलावा, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के मुद्दे पर भी वे सरकार के पक्ष में खड़े नजर आए थे। बताया जा रहा है कि इसी वजह से हाल ही में मॉनसून सत्र के दौरान कांग्रेस ने उन्हें अपने आधिकारिक वक्ताओं की सूची में जगह नहीं दी थी। अब देखना होगा कि थरूर के इस समर्थन के बाद पार्टी में उनके स्थान और भूमिका को लेकर क्या रुख अपनाया जाता है।
Author: Sweta Sharma
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