देशभर में मौसम का मिजाज एक बार फिर से बदला हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती हवाओं के चलते उत्तर भारत से लेकर पूर्वोत्तर राज्यों तक भारी बारिश, ओलावृष्टि, आंधी-तूफान और बर्फबारी का दौर जारी है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने रविवार को देश के 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में यलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। शनिवार को जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में बारिश के साथ ओले गिरे। जम्मू-कश्मीर के गुरेज़ और राजदान पास जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में ताजा बर्फबारी हुई, जिससे कई मार्ग बंद कर दिए गए हैं। अफरवट, मच्छिल और अमरनाथ गुफा क्षेत्र में भी हिमपात हुआ है। लद्दाख, झारखंड और उत्तराखंड में रविवार को भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
पंजाब में आंधी और बारिश के कारण कैथल समेत कई जिलों में सैकड़ों पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए। इससे बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई और आवागमन बाधित हुआ। गेहूं की फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। वहीं, जलवायु परिवर्तन पर एक अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट ने चेतावनी दी है कि अगर तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होती है, तो दुनियाभर की 52 फीसदी कृषि योग्य भूमि पर फसलों की विविधता में गिरावट आएगी। दक्षिण एशिया और उप-सहारा अफ्रीका सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। बदले मौसम ने जहां गर्मी से राहत दी है, वहीं फसलों और यातायात पर इसका विपरीत असर दिखने लगा है।
Author: Sweta Sharma
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