अभिनय से लेकर राजनीति तक, हर मंच पर निभाया दमदार किरदार
निश्चय टाइम्स, डेस्क। 23 जून 1952 को उत्तर प्रदेश के टुंडला में जन्मे दिग्गज अभिनेता और राजनेता राज बब्बर सोमवार को अपना 72वां जन्मदिन मना रहे हैं। अभिनय की दुनिया में खलनायक से लेकर संवेदनशील नायक तक और राजनीति में जनप्रतिनिधि के रूप में, राज बब्बर ने हर भूमिका को प्रभावशाली ढंग से निभाया है।

राज बब्बर का अभिनय सफर नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) से शुरू हुआ। 1977 में उनकी पहली फिल्म ‘किस्सा कुर्सी का’ रिलीज़ हुई, लेकिन पहचान मिली उसी साल आई बी.आर. चोपड़ा की चर्चित फिल्म ‘इंसाफ का तराजू’ से, जिसमें उनके नकारात्मक किरदार ने दर्शकों को चौंका दिया। इसके बाद ‘प्रेम गीत’, ‘निकाह’, ‘उमराव जान’, ‘आज की आवाज’ और ‘अगर तुम ना होते’ जैसी फिल्मों से उन्होंने खुद को एक रोमांटिक और संजीदा अभिनेता के रूप में स्थापित किया।

उनका निजी जीवन भी सुर्खियों में रहा। 1975 में उन्होंने थिएटर आर्टिस्ट नादिरा जहीर से शादी की, जिनसे उनके दो बच्चे हुए—जूही और आर्य बब्बर। लेकिन 1982 में फिल्म ‘भीगी पलकें’ के सेट पर उनकी मुलाकात अभिनेत्री स्मिता पाटिल से हुई और दोनों में प्रेम संबंध बना। 1983 में उन्होंने स्मिता से विवाह किया और 1986 में उनके बेटे प्रतीक बब्बर का जन्म हुआ। दुर्भाग्यवश, प्रतीक के जन्म के कुछ ही दिन बाद स्मिता पाटिल का निधन हो गया। राज बब्बर ने 1989 में जनता दल के साथ राजनीति में कदम रखा। 1994 से 1999 तक राज्यसभा सांसद रहे। बाद में कांग्रेस पार्टी से जुड़कर लोकसभा चुनाव लड़े और यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे। 2009 में उन्होंने डिंपल यादव को फिरोजाबाद सीट से हराकर बड़ी राजनीतिक जीत दर्ज की।





