आज लखनऊ स्थित राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) प्रदेश कार्यालय के चौधरी चरण सिंह सभागार में रालोद महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष परिणीता सिंह की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर महिला प्रकोष्ठ की पदाधिकारीयों एवं कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जो महिला सशक्तिकरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और समर्पण को दर्शाता है।
मनीषा अहलावत का भव्य स्वागत
बैठक की विशेषता रही, राष्ट्रीय लोक दल महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्य महिला आयोग की नवनियुक्त सदस्य मनीषा अहलावत का प्रथम बार कार्यालय आगमन। इस मौके पर पार्टी के सभी पदाधिकारियों ने उनका भव्य स्वागत किया और उनके साथ मिलकर महिला सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ने का संकल्प लिया।
मनीषा अहलावत ने बैठक में भारत रत्न स्व. चौधरी चरण सिंह की मूर्ति पर माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने अपने संबोधन में महिला आयोग में नियुक्ति के लिए केंद्रीय नेतृत्व, विशेष रूप से चौधरी जयंत सिंह का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इसे पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत और निष्ठा का परिणाम बताया। उन्होंने कहा, “नारी शक्ति के सम्मान में सदैव खड़ी रहूंगी, और नारी अस्मिता के खिलाफ किसी भी प्रकार का अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
महिला सशक्तिकरण पर मनीषा अहलावत का संदेश
अपने संबोधन में मनीषा अहलावत ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की सराहना की, जिन्होंने महिलाओं को पार्टी में प्रमुख स्थान दिया है। उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं की भूमिका को सशक्त बनाना उनकी प्राथमिकता है। “रालोद सदैव से ही महिलाओं के हक और सम्मान की बात करता रहा है, और अब हम इस दिशा में और भी मजबूत कदम उठाने जा रहे हैं,” अहलावत ने कहा।
उन्होंने कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि महिला प्रकोष्ठ का हर सदस्य इस जिम्मेदारी को समझे और नारी सशक्तिकरण के मिशन में पूरी निष्ठा से जुड़कर कार्य करे। “महिला शक्ति के उत्थान और उसके अधिकारों के लिए हमारा संघर्ष निरंतर जारी रहेगा,” उन्होंने जोड़ा।

परिणीता सिंह का वक्तव्य
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही रालोद महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष परिणीता सिंह ने महिला प्रकोष्ठ की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व चौधरी जयंत सिंह जी द्वारा महिलाओं को जो सम्मान और जिम्मेदारी दी गई है, उसके लिए पूरा प्रकोष्ठ कृतज्ञ है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि महिला प्रकोष्ठ पूरी निष्ठा के साथ चौधरी साहब के नेतृत्व में काम करेगा और हर कदम पर उनका साथ देगा।
परिणीता सिंह ने कहा, “चौधरी साहब ने जिस तरह से आधी आबादी को पार्टी में जगह दी है, वह उनके नेतृत्व की दूरदर्शिता को दर्शाता है। हम उनके इस निर्णय का स्वागत करते हैं और विश्वास दिलाते हैं कि महिला प्रकोष्ठ सदैव उनके साथ खड़ा रहेगा।”
विशिष्ट अतिथियों का संबोधन
इस अवसर पर समाजसेविका मोना भंडारी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने महिलाओं के सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में रालोद के प्रयासों की सराहना की। “आज की बैठक ने हमें यह दिखाया है कि महिलाएं अपने अधिकारों के लिए एकजुट होकर कार्य करने को तैयार हैं, और हमें मिलकर आगे बढ़ना होगा,” उन्होंने कहा।
विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल निशा चौधरी, जो कि रालोद महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं, ने भी पार्टी के नीतियों और कार्यक्रमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि पार्टी ने महिलाओं को उनकी क्षमताओं और प्रतिभा के अनुसार मौके दिए हैं, और यह प्रक्रिया निरंतर जारी रहेगी। “महिलाएं समाज में बदलाव की वाहक हैं और हमें इस परिवर्तन को स्थायी बनाने के लिए सतत प्रयास करने होंगे,” उन्होंने कहा।
अन्य महिला नेताओं का योगदान
बैठक में मंजू शुक्ला, आयशा खान, अनुराधा सिंह, ममता, बीना गुप्ता, हरजीत भल्ला, सुशीला मदन, लीला श्रीवास्तव, सौम्या, मीनाक्षी, सुषमा, दीक्षा, अंकिता, जास्मीन, मधु, शशि, नम्रता शुक्ला, कुमुद और बीना कौशल जैसी प्रमुख महिला कार्यकर्ताओं ने भी अपनी भागीदारी दर्ज की। इन महिलाओं ने अपनी उपस्थिति से यह साबित किया कि रालोद में महिलाओं की भूमिका केवल सहायक नहीं, बल्कि निर्णायक है।
कार्यक्रम में सैकड़ों महिला कार्यकर्ताओं की उपस्थिति इस बात का प्रतीक थी कि पार्टी के अंदर महिलाओं की भागीदारी कितनी सशक्त और महत्वपूर्ण है। हर महिला ने अपने विचार साझा किए और आने वाले समय में पार्टी के लिए पूरी निष्ठा और मेहनत के साथ काम करने का संकल्प लिया।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में रालोद के प्रयास
रालोद ने हमेशा से महिला सशक्तिकरण को अपने एजेंडे में सबसे ऊपर रखा है। पार्टी ने महिलाओं को समाज में उनका उचित स्थान दिलाने और उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने का लगातार प्रयास किया है। महिला प्रकोष्ठ की यह बैठक उसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम था।
मनीषा अहलावत ने इस अवसर पर कहा कि महिला आयोग में उनकी नियुक्ति का उद्देश्य केवल एक पद को भरना नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से महिलाओं की समस्याओं को सुलझाना और उनके अधिकारों की रक्षा करना है। उन्होंने कहा, “मेरा लक्ष्य हर महिला तक पहुंचना है, चाहे वह किसी भी वर्ग, धर्म या समाज से संबंधित हो। हमें महिलाओं की समस्याओं को समझने और उन्हें हल करने की दिशा में काम करना होगा।”
महिला प्रकोष्ठ का भविष्य
बैठक के दौरान यह भी तय किया गया कि आने वाले समय में महिला प्रकोष्ठ द्वारा विभिन्न जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि जमीनी स्तर पर महिलाओं को सशक्त बनाया जा सके। पार्टी का लक्ष्य है कि हर महिला अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो और समाज में एक सशक्त भूमिका निभा सके।
मनीषा अहलावत ने यह भी घोषणा की कि महिला प्रकोष्ठ जल्द ही एक विस्तृत कार्यक्रम की घोषणा करेगा, जिसमें महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर व्यापक चर्चा होगी। “हम केवल शब्दों में विश्वास नहीं करते, हमारे लिए काम करना और परिणाम लाना महत्वपूर्ण है,” उन्होंने कहा।
समाज के लिए सन्देश
रालोद महिला प्रकोष्ठ की यह बैठक न केवल एक औपचारिक बैठक थी, बल्कि महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम थी। इसमें शामिल हर महिला ने इस बात का विश्वास दिलाया कि वे समाज में बदलाव लाने के लिए पूरी निष्ठा से काम करेंगी।
महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष परिणीता सिंह और राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीषा अहलावत के नेतृत्व में रालोद महिला प्रकोष्ठ का भविष्य उज्ज्वल दिखाई देता है। पार्टी ने महिलाओं के लिए जो दृष्टिकोण रखा है, वह न केवल उन्हें सशक्त बनाएगा, बल्कि देश की आधी आबादी को एक नई दिशा देगा।
