पेरिस ओलंपिक भारतीय खेलों के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होने जा रहा है। इस प्रदर्शन से भारत खेलों में एक नए मुकाम पर पहुंचेगा और अब देश को रोक पाना मुश्किल होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस ओलंपिक से लौटे खिलाड़ियों से मुलाकात के दौरान यह बात कही। भारतीय खिलाड़ियों ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले पर आयोजित समारोह में भी भाग लिया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने हर खिलाड़ी से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की और उनके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने विशेष रूप से महिला खिलाड़ियों का उल्लेख करते हुए कहा कि पेरिस ओलंपिक में बेटियों ने मेडल जीतने की शुरुआत की। मनु भाकर ने भारत को पहला मेडल दिलाया, जो पिछली बार तकनीकी कारणों से निराश हुई थीं। इस बार मनु ने उस निराशा को भुलाकर बेहतरीन प्रदर्शन किया। अंकिता भकत ने भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया। मणिका बत्रा और श्रीजा अकुला ने भी बेहतरीन प्रदर्शन कर देश का नाम रोशन किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने खिलाड़ियों से मजाकिया लहजे में पूछा कि कितने लोग हारकर आए हैं। कुछ खिलाड़ियों ने हाथ उठाया, लेकिन अधिकांश ने नहीं। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ध्यान रखें, आप में से कोई भी हारकर नहीं आया है। खेल वह क्षेत्र है, जिसमें हारने का मतलब कुछ नया सीखना होता है। आप सभी ने कुछ न कुछ सीखा है, और यही असली जीत है।
Author: Sweta Sharma
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