समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरुवार को अमेरिका से भारतीय नागरिकों के निर्वासन के मुद्दे पर केंद्र सरकार की चुप्पी की आलोचना की। यादव ने आरोप लगाया कि भारतीय नागरिकों को गुलामों की तरह हथकड़ी लगाकर और अमानवीय परिस्थितियों में वापस भेजा जा रहा है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि केंद्र सरकार, जो भारत को विश्वगुरु बनाने का सपना दिखा रही थी, अब इस मुद्दे पर चुप क्यों है?
यादव ने सरकार से पूछा कि क्या विदेश मंत्रालय ने इस पर कोई कार्रवाई की है और बच्चों और महिलाओं को इस अपमान से बचाने के लिए सरकार ने क्या किया? उन्होंने संसद में इस मुद्दे पर चर्चा की अनुमति देने की अपील की और कहा कि विपक्ष को इस मामले पर बात करने का मौका मिलना चाहिए।
इस बीच, विपक्षी दलों ने अमेरिका से कथित अवैध भारतीय प्रवासियों के निर्वासन के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने संसद के बाहर विरोध किया और आरोप लगाया कि अमेरिका से निर्वासित किए गए भारतीय नागरिकों के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया। प्रदर्शनकारियों में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, सपा सांसद धर्मेंद्र यादव, और कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला शामिल थे, जिन्हें विरोध के दौरान हथकड़ी लगाई गई थी।
कांग्रेस ने इस मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया, जिसमें अमेरिकी निर्वासन पर चर्चा की मांग की गई। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस पर राज्यसभा में बयान देने का निर्णय लिया।

Author: Sweta Sharma
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