संघ ने कहा कि यह समय है एकता और देशभक्ति का
निश्चय टाइम्स, नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पहलगाम में हिंदू यात्रियों पर हुए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले के पश्चात भारत सरकार द्वारा आरंभ की गई “ऑपरेशन सिंदूर” जैसी निर्णायक सैन्य कार्रवाई का स्वागत किया है। संघ ने इसे देश की सुरक्षा, स्वाभिमान और न्याय की दिशा में एक आवश्यक और समयोचित कदम बताया है। संघ प्रमुख मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले द्वारा जारी संयुक्त वक्तव्य में कहा गया कि “हिंदू यात्रियों के इस नृशंस हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस हमले के दोषियों और उनके संरक्षकों के विरुद्ध जो कार्रवाई की जा रही है, उसने देश के आत्मसम्मान और साहस को नई ऊर्जा दी है।”
वक्तव्य में यह भी स्पष्ट किया गया कि पाकिस्तान में आतंकियों, उनके ढांचे और सहयोगी तंत्र पर चल रही सैन्य कार्रवाई भारत की सुरक्षा के लिए अनिवार्य है। संघ ने इस कार्रवाई को “अपरिहार्य” और “पूरे राष्ट्र के समर्थन के योग्य” बताया। पाकिस्तान की सेना द्वारा धार्मिक स्थलों और नागरिक क्षेत्रों पर हमलों की निंदा करते हुए, संघ ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि इन अमानवीय कृत्यों का विश्व समुदाय को भी संज्ञान लेना चाहिए।
वक्तव्य में संघ ने देशवासियों से आह्वान किया है कि वे सरकार और प्रशासन द्वारा जारी सभी निर्देशों का पूर्ण पालन करें और राष्ट्रविरोधी तत्वों द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों, असामाजिक गतिविधियों और विभाजनकारी षड्यंत्रों से सतर्क रहें।
“आज आवश्यकता है कि हम अपने नागरिक कर्तव्यों का पालन करते हुए, सेना और नागरी प्रशासन को हरसंभव सहयोग दें। यह समय है एकता, अनुशासन और देशभक्ति का परिचय देने का।” राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने सभी देशवासियों से अनुरोध किया है कि वे सामाजिक समरसता को बनाए रखें और भारत की एकता और सुरक्षा के लिए एकजुट होकर खड़े रहें।
