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कड़ाके की ठंड और कोहरे का कहर: पहाड़ों की बर्फबारी का मैदानी इलाकों में असर,पारा 4 डिग्री तक लुढ़का

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में देखने को मिल रहा है। चल रही पछुआ हवाओं ने ठंड को और भी बढ़ा दी है। इससे पारा तीन से चार डिग्री तक लुढ़क गया है। शाम ढलते ही आसमान में छाई हल्की धूंध और गलन से लोग घरों में दुबक गए।

मंगलवार को पूरे दिन सूरज देव का दर्शन नहीं हुआ। जो पूरे दिन बादलों में छिपें रहे। ऐसे में शाम सात बजते-बजते बाजारों में पूरी तरह से सन्नाटा पसर गया।

पर्वतीय इलाकों में हुई बर्फबारी के चलते सामान्य हो रहे मौसम ने एक बार फिर से करवट ले लिया है। करीब एक सप्ताह तक सामान्य मौसम रहने के बाद दो दिनों से तापमान तेजी से कम हो रहा था। लेकिन पछुआ हवाओं के झोंके ने एक बार फिर से गलन बढ़ा दिया हैं।

नगर सहित ग्रामीण अंचलों में सुबह बिस्तर से निकले लोग ठंड से राहत पाने के लिए अलाव के आस-पास पहुंचने लगे थे। तेजी से बढ़ रही ठंड के बाद भी अलाव की कमी महसूस की गई। इसके कारण दूर-दराज से आने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जो ठंड से ठिठुरते हुए देखे गए। हालांकि जहां पर अलाव की व्यवस्था रही। वहां पर लोगों को अलाव से चिपके हुए देखा गया।

कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां के मौसम विशेषज्ञ सर्वेश बरनवाल ने बताया कि पछुआ हवाओं से गलन बढ़ी रहेगी और आने वाले दिनों में घना कोहरा देखने को मिलेगा। उन्होंने इस मौसम को फसल के लिए लाभकारी बताया। कहा कि ठंड और गलन गेहूं के लिए फायदेमंद है। इससे फसलों का विकास तेजी से होगा।

Admin Desk
Author: Admin Desk

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