आज की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में, लोग ज्यादातर समय अपने कामकाज के दौरान या घर पर बैठे-बैठे ही बिता देते हैं। चाहे काम का दबाव हो या आराम, एक लंबे समय तक बैठने की आदत ने लोगों के जीवन में गंभीर स्वास्थ्य जोखिम बढ़ा दिए हैं। यह जानकर हैरानी होगी कि लंबे समय तक निष्क्रिय रहना, यानी शारीरिक गतिविधियों से दूरी बनाकर बैठे रहना, स्वास्थ्य के लिए उतना ही खतरनाक हो सकता है जितना धूम्रपान।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने भी इसे चिंता का विषय बताया है कि एक गतिहीन जीवनशैली गंभीर बीमारियों का मुख्य कारण बन रही है। यहां हम उन खतरों पर रोशनी डाल रहे हैं, जो लंबे समय तक बैठे रहने से हो सकते हैं, और क्यों शारीरिक सक्रियता को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना बेहद जरूरी है।
1. हार्ट डिजीज का बढ़ा खतरा
लंबे समय तक बैठे रहने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन कमजोर हो जाता है, जिससे दिल से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। निष्क्रिय रहने पर मसल्स फैट को प्रभावी ढंग से बर्न नहीं कर पातीं, जिससे फैटी एसिड धमनियों में जमने लगते हैं। इसका परिणाम उच्च कोलेस्ट्रॉल और हृदय रोगों के रूप में सामने आता है।
2. मोटापा
अगर आप नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि नहीं करते, तो आपका शरीर कम कैलोरी बर्न करता है। ऐसे में अधिक कैलोरी खाने से अतिरिक्त फैट जमा होने लगता है, जिससे मोटापा बढ़ता है। मोटापा अपने साथ डायबिटीज और हार्ट डिजीज जैसी समस्याएं भी लेकर आता है।
3. टाइप 2 डायबिटीज का खतरा
शारीरिक निष्क्रियता इंसुलिन रेजिस्टेंस का कारण बन सकती है, जिससे शरीर में ब्लड शुगर का स्तर असंतुलित हो जाता है। लगातार ऊंचा ब्लड शुगर स्तर टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकता है। अगर आप लंबे समय तक निष्क्रिय रहते हैं, तो शरीर की शुगर को नियंत्रित करने की क्षमता कमजोर हो जाती है।
4. कमजोर मांसपेशियां और हड्डियां
लंबे समय तक शारीरिक गतिविधि न करने से मांसपेशियों में कमजोरी आ जाती है, जिससे हड्डियों की डेंसिटी कम हो जाती है। इससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ सकता है, जो कि हड्डियों के कमजोर होने और आसानी से फ्रैक्चर होने का कारण बनता है।
5. मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर
लगातार बैठे रहने से मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है। अध्ययन बताते हैं कि शारीरिक निष्क्रियता डिप्रेशन, एंग्जायटी और स्ट्रेस का कारण बन सकती है। सक्रिय रहने से मस्तिष्क में एंडोर्फिन्स का स्राव होता है, जो आपको खुश और तनावमुक्त महसूस करने में मदद करता है।
6. कमर और रीढ़ की समस्याएं
लगातार बैठे रहने से आपकी कमर और रीढ़ की हड्डी पर बहुत अधिक दबाव पड़ता है। यह लंबे समय तक दर्द, डिस्क स्लिप और मस्कुलर असंतुलन जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। नियमित एक्सरसाइज और सही पोस्चर अपनाने से इन समस्याओं से बचा जा सकता है।
7. ब्लड प्रेशर का बढ़ा जोखिम
निष्क्रिय जीवनशैली उच्च रक्तचाप का कारण बन सकती है। लगातार बैठे रहने से ब्लड प्रेशर में अनियमितता आ जाती है, जिससे स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है।
8. जीवनकाल में कमी
शोध से पता चला है कि जो लोग लंबे समय तक निष्क्रिय रहते हैं, उनका जीवनकाल कम हो सकता है। लगातार निष्क्रियता से शरीर की कार्यक्षमता कमजोर होती है, जिससे समय से पहले मौत का खतरा बढ़ जाता है।
लंबे समय तक बैठे रहने की आदत को जितना जल्दी छोड़ दिया जाए, उतना ही अच्छा है। दिनचर्या में नियमित फिजिकल एक्टिविटी, जैसे कि वॉकिंग, जॉगिंग या हल्के एक्सरसाइज, को शामिल करके न केवल हम अपने शरीर को फिट रख सकते हैं, बल्कि इन खतरनाक बीमारियों से भी खुद को बचा सकते हैं।

Author: Sweta Sharma
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