16 घंटे बाद बहाल हुआ अखिलेश यादव का पेज
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव का आधिकारिक फेसबुक पेज लगभग 16 घंटे निष्क्रिय रहने के बाद शनिवार को बहाल कर दिया गया। सपा ने आरोप लगाया कि पेज का अस्थायी निलंबन “भाजपा की साजिश” का हिस्सा है।
पार्टी प्रवक्ता ने बताया कि शुक्रवार शाम को फेसबुक की ओर से बिना किसी पूर्व सूचना या स्पष्टीकरण के पेज ऑफलाइन कर दिया गया था। शुरुआत में इसे संभावित तकनीकी खराबी माना गया, लेकिन बाद में फेसबुक की ओर से कोई जवाब नहीं मिलने पर राजनीतिक हस्तक्षेप की आशंका जताई जाने लगी।
पेज दोबारा सक्रिय होने के बाद अखिलेश यादव ने अपनी पहली पोस्ट में लोकनायक जयप्रकाश नारायण को उद्धृत करते हुए लिखा—
“‘संपूर्ण क्रांति’ से मेरा तात्पर्य समाज के सबसे उत्पीड़ित लोगों को सत्ता के शिखर पर देखना है।”
हालांकि अखिलेश यादव ने खुद निलंबन के कारण पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन सपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी ने इस मुद्दे को ईमेल के माध्यम से फेसबुक प्रशासन के समक्ष उठाया था।
सपा प्रवक्ता डॉ. आशुतोष वर्मा ने कहा कि जांच से स्पष्ट होगा कि निलंबन तकनीकी खराबी के कारण हुआ या राजनीतिक दबाव की वजह से। उन्होंने कहा,
“अखिलेश यादव के व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया अकाउंट सक्रिय थे, इसलिए हमें देखना होगा कि कहीं यह भाजपा की साजिश तो नहीं। भाजपा सोशल मीडिया को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है क्योंकि यह आम जनता की आवाज़ का माध्यम है।”
डॉ. वर्मा ने आगे कहा कि 2021 में आईटी अधिनियम में संशोधन के तहत सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को सरकार से दो संपर्क अधिकारी नियुक्त करने पड़े थे। संभव है कि इसी तंत्र के जरिए अखिलेश यादव की सामग्री को अस्थायी रूप से रोका गया हो।
अखिलेश यादव का फेसबुक पेज, जिसके 80 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं, पार्टी कार्यकर्ताओं, समर्थकों और जनता के बीच संवाद का प्रमुख माध्यम है। फिलहाल, पेज निलंबन का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह मामला एक बार फिर सोशल मीडिया की स्वतंत्रता बनाम राजनीतिक नियंत्रण पर बहस को जन्म दे रहा है।
