उत्तर प्रदेश के सपा विधायक जाहिद बेग को अदालत में सरेंडर करने के दौरान कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। पुलिस से बचने की कोशिश में विधायक दौड़ते हुए कोर्ट रूम पहुंचे, लेकिन इस दौड़ में वे दो बार लड़खड़ा कर गिर पड़े। इस आपाधापी में उनके कपड़े फट गए और उनका चश्मा तथा चप्पल भी टूट गए।
गिरफ्तारी से बचने की कोशिश
जाहिद बेग पर नाबालिग नौकरानी को आत्महत्या के लिए उकसाने समेत दो मुकदमे दर्ज हैं। उनकी पत्नी की तलाश भी चल रही थी, लेकिन बृहस्पतिवार को कोर्ट में सरेंडर करने की सूचना मिली। जानकारी मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई और विधायक को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वे चकमा देने में सफल रहे।
कोर्ट परिसर में हलचल
सुबह 10 बजे से ही सपा कार्यकर्ताओं का जमावड़ा न्यायालय परिसर के बाहर होने लगा था। सपा ने घोषणा की थी कि विधायक पर दर्ज मुकदमे और उनके बेटे की गिरफ्तारी को लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जाएगा। 11 बजे के आसपास जब यह सूचना मिली कि विधायक सीजेएम कोर्ट में सरेंडर करेंगे, तो पुलिस की सक्रियता और बढ़ गई।
कोर्ट रूम में पहुंचना
जैसे ही विधायक को पकड़ने का प्रयास हुआ, धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इस दौरान उनके अधिवक्ता भी सामने आ गए और पुलिस से बहस करने लगे। इसी मौके का फायदा उठाकर विधायक तेजी से कोर्ट रूम में घुस गए। हालांकि, इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उन्हें घेरने की कोशिश की, लेकिन सपा कार्यकर्ताओं ने दखल देकर विधायक को कोर्ट में दाखिल होने का मौका दिया।
मेडिकल परीक्षण और जेल में दाखिल
करीब 45 मिनट तक कोर्ट में रहने के बाद जब विधायक बाहर आए, तो उन्हें अभिरक्षा में जिला अस्पताल ले जाकर मेडिकल परीक्षण कराया गया। इसके बाद उन्हें जिला जेल में दाखिल कर दिया गया। विधायक के अधिवक्ता तेज बहादुर यादव ने पुलिस पर अभद्रता का आरोप लगाया, जबकि विधायक ने अपने खिलाफ दर्ज मुकदमे को राजनीतिक साजिश बताया है।
इस घटना ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है और यह देखने वाली बात होगी कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है।

Author: Sweta Sharma
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