गाजियाबाद: भारत की पहली और अत्याधुनिक क्षेत्रीय रैपिड रेल प्रणाली नमो भारत (Namo Bharat) एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में है। गुरुवार को एक उच्च-स्तरीय स्पेनिश व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर का विस्तृत निरीक्षण किया। इस दौरान एनसीआरटीसी (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम) के वरिष्ठ अधिकारी भी उनके साथ मौजूद रहे।
दौरे की शुरुआत दुहाई स्थित नमो भारत डिपो से हुई, जिसे स्मार्ट तकनीक, डिजिटल मॉनिटरिंग और हाई-टेक रखरखाव प्रणालियों से सुसज्जित किया गया है। प्रतिनिधिमंडल को बताया गया कि कैसे स्वचालित निरीक्षण प्रणाली और डिजिटल ट्रैकिंग के जरिये ट्रेनों की विश्वसनीयता और सुरक्षा को उच्चतम स्तर पर बनाए रखा जाता है।
स्पेनिश प्रतिनिधियों ने रखरखाव प्रणाली की तकनीकी दक्षता और वैश्विक मानकों के अनुरूप संचालन की सराहना की। इसके बाद वे नमो भारत ट्रेन में सवार होकर कॉरिडोर के विभिन्न स्टेशनों के बीच यात्रा पर निकले। यात्रा के दौरान उन्हें ट्रेन के यात्री-हितैषी डिजाइन, आरामदायक सीटिंग, स्मार्ट टिकटिंग, और सुरक्षा फीचर्स के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
प्रतिनिधियों ने कहा कि नमो भारत प्रणाली यात्रियों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का नया अनुभव दे रही है, जो आधुनिक भारत की प्रगति का प्रतीक है। यात्रा के बाद वे आनंद विहार नमो भारत स्टेशन पहुंचे, जहां उन्हें मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन (MMI) सिस्टम की जानकारी दी गई। इस व्यवस्था के तहत यात्रियों को मेट्रो, बस, टैक्सी, निजी वाहनों और साइकिल ट्रैक्स जैसी सुविधाओं से एक ही स्थान पर जोड़ा गया है, ताकि उनकी यात्रा निर्बाध और सहज हो।
दौरे के अंत में प्रतिनिधिमंडल एनसीआरटीसी के मुख्यालय गतिशक्ति भवन पहुंचा। यहां प्रबंध निदेशक शलभ गोयल ने उनका स्वागत किया और परियोजना की अवधारणा, निर्माण प्रक्रिया और तकनीकी नवाचारों पर प्रस्तुति दी। एनसीआरटीसी टीम ने भविष्य की योजनाओं, तकनीकी एकीकरण और ग्लोबल बेस्ट प्रैक्टिसेज पर भी चर्चा की।
स्पेनिश प्रतिनिधियों ने नमो भारत परियोजना को “भारत की भविष्यवादी शहरी परिवहन सोच का उत्कृष्ट उदाहरण” बताया। उन्होंने कहा कि यह कॉरिडोर न केवल एनसीआर, बल्कि पूरे देश के लिए टिकाऊ, आधुनिक और यात्री-केंद्रित सार्वजनिक परिवहन का नया मानक स्थापित कर रहा है।





