नई दिल्ली: श्रीलंका की नई प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या ने हाल ही में श्रीलंका के 16वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली है, और उनका भारत के साथ विशेष संबंध है। अमरसूर्या ने 1991 से 1994 तक दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित हिंदू कॉलेज में समाजशास्त्र की पढ़ाई की। वर्ष 2000 में श्रीमावो भंडारनायके के बाद इस पद पर आसीन होने वाली वह दूसरी महिला हैं।
अमरसूया की शिक्षा का सफर दिल्ली में उनके कॉलेज के दिनों से शुरू हुआ, जहां उन्होंने न केवल समाजशास्त्र में स्नातक की डिग्री हासिल की, बल्कि कॉलेज के विभिन्न उत्सवों और वाद-विवाद कार्यक्रमों में भी सक्रिय रूप से भाग लिया। उनके सहपाठी, बॉलीवुड निर्देशक नलिन राजन सिंह ने कहा, “अमरसूर्या कॉलेज के कार्यक्रमों में हमेशा आगे रहती थीं। उन्हें प्रधानमंत्री बनते देखना अद्भुत है।

हिंदू कॉलेज की प्राचार्य अंजू श्रीवास्तव ने अमरसूर्या की उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “यह सम्मान की बात है कि हिंदू कॉलेज की एक पूर्व छात्रा श्रीलंका की नई प्रधानमंत्री बनी हैं। मुझे उम्मीद है कि उनके कॉलेज के दिनों ने उनकी सफलता के मार्ग को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई होगी।”
अमरसूया के प्रधानमंत्री बनने से न केवल श्रीलंका में बल्कि भारत में भी उनकी शिक्षा और अनुभवों की चर्चा हो रही है। उनके कॉलेज के साथियों और शिक्षकों का मानना है कि उनके व्यक्तित्व और नेतृत्व कौशल ने उन्हें इस उच्च पद तक पहुँचने में मदद की है।
हरिनी अमरसूर्या का यह सफर न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियों का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि शिक्षा और समर्पण किस प्रकार लोगों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकते हैं।
Author: Sweta Sharma
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