लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बुधवार देर रात तेज बारिश और धूल भरी आंधी ने अचानक मौसम का मिजाज बदल दिया, लेकिन यह बदलाव तबाही लेकर आया। 50 किमी/घंटा की रफ्तार से चली हवाओं और बिजली गिरने की घटनाओं में राज्यभर में 19 लोगों की जान चली गई, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं। पश्चिमी यूपी और दिल्ली से सटे जिलों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।
बारिश ने जहां गर्मी से राहत दी, वहीं किसानों को तगड़ा झटका लगा है, खासकर आम की फसल को भारी क्षति की आशंका है।
गोरखपुर मंडल में तीन मौतें हुईं। एम्स थाना क्षेत्र में खेत में काम कर रहे 19 वर्षीय धीरज पर बिजली गिरी, जिससे उसकी मौत हो गई। उनकी मां कैलाशी देवी गंभीर रूप से झुलस गईं। कुशीनगर के कसया में पेड़ गिरने से 14 वर्षीय कृष्णा की मौत हो गई, और उनकी बहन ममता घायल हुईं। वहीं रामकोला में झोपड़ी गिरने से 46 वर्षीय मानती देवी की मौत हो गई।
लखीमपुर के निघासन क्षेत्र में टिनशेड और दीवार गिरने से 45 वर्षीय रक्षपाल सिंह, उनकी 10 साल की बेटी रमनदीप, और 80 वर्षीय फुलवासा की मौत हो गई। रक्षपाल की दो पत्नियां भी घायल हैं।
पश्चिमी यूपी में भी तबाही की तस्वीर सामने आई।
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मेरठ के रूहासा गांव में पेड़ गिरने से एक किसान और मोदीपुरम में यूनिपोल गिरने से एक डॉक्टर की मौत हुई।
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बिजनौर में पांच लोग, जिनमें सिपाही पुष्पेंद्र भी शामिल हैं, अलग-अलग हादसों में मारे गए।
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सोनभद्र में बिजली गिरने से दो लोगों की मौत, जिसमें एक बच्ची शामिल थी।
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झांसी और अलीगढ़ में भी एक-एक व्यक्ति की जान गई।
गाजियाबाद में 50 से ज्यादा पेड़ उखड़े, मस्जिद के पास गिरे बरगद ने गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया। खोड़ा में स्कूल की दीवार गिरने से और निडौरी में नाले में गिरने से दो महिलाओं की मौत हुई। मौसम विभाग ने अगले 3 घंटे में 60-80 किमी/घंटा की हवा और ओलावृष्टि की चेतावनी दी है। औरैया, इटावा, बांदा, फतेहपुर समेत कई जिलों में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

Author: Sweta Sharma
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