संगम नगरी प्रयागराज की मेजा तहसील के एक प्राथमिक विद्यालय में टीचर्स की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां पर सोमवार को विद्यालय के स्टाफ ने स्कूल के निर्धारित समय से आधे घंटे पहले ही विद्यालय बंद कर दिया। स्कूल में पढ़ने आने वाले बच्चों की छुट्टी भी कर दी गई। स्कूल में ताला लगाकर पूरा स्कूल अपने-अपने जगह को चले गए। लेकिन जल्दबाजी के चक्कर में वह यह देखना भी भूल गए कि अंदर एक बच्चा खेल रहा है | गनीमत ये रही कि पास से गुजर रहे कुछ लोगों ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी, जिसके बाद उसे किसी तरह बाहर निकाला गया | घटना को लेकर परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश है |
गांव वालों ने सुनी बच्चे के रोने की आवाज
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रयागराज जिले के यमुनापार इलाके के लोहार गांव की निवासी शिवानी प्राइमरी स्कूल में पढ़ती है और उसका छोटा भाई शिवांश स्कूल कैंपस में बने आंगनवाड़ी का छात्र है। जब शिवांश की छुट्टी हुई, तो वह अपनी बहन के क्लासरूम में जाकर बैठ गया और वहीं पर ही सो गया। जब स्कूल की छुट्टी हुई तो शिवानी घर चली गई और अपने भाई को साथ ले जाना भूल गई। जब शिवानी अकेली घर पहुंची को परिजनों ने शिवांश की खोजबीन शुरु कर दी, लेकिन उन्हें उसका कहीं कोई पता नहीं लगा। अंत में परिजन शिवानी के साथ गांव पहुंचे तो देखा कि शिवांश स्कूल के अंदर ताले में बंद था। गांव वालों ने बच्चे के रोने की आवाज सुनकर स्कूल के टीचरों को बुलवाकर ताला खुलवाया। जिसके बाद शिवांश को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
घटना संज्ञान में आई तो इस पर त्वरित कार्रवाई की गई
जब इस घटना का संज्ञान लिया गया तो पता चला कि लगभग 1:45 बजे ही स्कूल बंद कर दिया गया जो की स्कूल बंद करने का समय 2:30 बजे है । इस स्कूल में बच्चा अपनी बहन के साथ आया था और वह स्कूल में ही छूट गया था जब यह घटना संज्ञान में आई तो इस पर त्वरित कार्रवाई की गई क्योंकि इसमें कोई भी बड़ी घटना हो सकती थी । इस पर कार्रवाई करते हुए तुरंत शिक्षिका का निलंबन किया गया है और एक शिक्षिक मित्र का एक दिन का वेतन काट दिया गया है और भविष्य में ऐसी कोई घटना ना हो इसका भी पूर्ण रूप से ध्यान दिया जा रहा है ।अगर आगे से कोई भी शिक्षक या शिक्षिका 2:30 बजे से पहले स्कूल बंद करके जाती है तो उन पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी आज से इसकी शुरुआत की गई है ।
