महाकुम्भनगर। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुम्भ मेला के दौरान रविवार को सेंट्रल हॉस्पिटल में पहली डिलीवरी कराने में सफलता प्राप्त की। यहां एक महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया, जिससे मेले में आए श्रद्धालुओं और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
यह घटना महाकुम्भ के चिकित्सा सेवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है, क्योंकि यह बताता है कि प्रशासन की ओर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, ताकि तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति से निपटने में मदद मिल सके। सेंट्रल हॉस्पिटल में डॉक्टर गौरव दुबे के नेतृत्व में तीन चिकित्सकों की टीम ने मिलकर महिला का प्रसव कराया।
महाकुम्भ मेला के नोडल चिकित्सा स्थापना डॉक्टर गौरव दुबे ने बताया कि महाकुम्भनगर में यहां सेंट्रल हॉस्पिटल में पहले बालक का जन्म हुआ है। 20 वर्षीय महिला सोनम को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई है। चिकित्सकों के अनुसार बच्चे का वजन 2.4 किलो है।
महाकुम्भ मेले के दौरान लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान करने आते हैं, और इस तरह की बड़ी भीड़ के बीच स्वास्थ्य समस्याओं की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में सेंट्रल हॉस्पिटल का खुलना बहुत ही महत्वपूर्ण था। अस्पताल में हर प्रकार की चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं, और इसे उच्च स्तरीय चिकित्सा उपकरणों से सजाया गया है। यहां 24 घंटे का इमरजेंसी सेवा भी उपलब्ध है, जिससे तीर्थयात्रियों को तुरंत चिकित्सा सहायता मिलती है।
सेंट्रल हॉस्पिटल में डॉक्टर गौरव के नेतृत्व में डॉक्टर नूपुर और डॉक्टर वर्तिका ने यह सफल ऑपरेशन किया है। उन्होंने बताया कि जच्चा और बच्चा पूरी तरह स्वस्थ हैं। उल्लेखनीय है कि महाकुम्भ मेला क्षेत्र के परेड में स्थापित अस्थाई अस्पताल में पहली बार डिलीवरी की सुविधा भी प्रदान की जा रही है। यहां लेबर रूम भी स्थापित किया गया है।
सेंट्रल हॉस्पिटल में यह पहली डिलीवरी थी, जिसमें महिला ने एक स्वस्थ बालक को जन्म दिया। महिला की पहचान 28 वर्षीय रमा देवी के रूप में की गई है, जो यूपी के एक छोटे गाँव से अपने परिवार के साथ महाकुम्भ स्नान के लिए आई थीं। रमा देवी को प्रसव पीड़ा शुरू होने पर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी हालत की त्वरित जांच की और सुरक्षित डिलीवरी सुनिश्चित की। महिला और नवजात दोनों स्वस्थ हैं, और अस्पताल प्रशासन ने इसकी जानकारी दी।
इस सफल डिलीवरी के बाद, अस्पताल के चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ की सराहना की गई, जिन्होंने आपातकालीन स्थिति में भी अपनी पेशेवर तत्परता और सूझबूझ का परिचय दिया। इससे यह साबित होता है कि महाकुम्भ में स्वास्थ्य सुविधाओं का इंतजाम सही दिशा में हो रहा है और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त ध्यान दिया जा रहा है।
सेंट्रल हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने बताया कि महाकुम्भ मेले में आने वाली स्वास्थ्य समस्याओं के लिए पहले से ही तैयारियां की गई थीं, और यह पहली डिलीवरी उस प्रयास का परिणाम है। अब प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की पूरी कोशिश इस प्रकार की डिलीवरी को और भी अधिक सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने की है।
