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किसानों की जमीन पर सरकार की नजर

शाहजहांपुर,– भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने मंगलवार को केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे अपनी जमीन हर हाल में बचाएं क्योंकि सरकार लगातार किसानों की जमीन के पीछे पड़ी है।

टिकैत ने नेहरू युवा केंद्र पार्क में आयोजित किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों के प्रति सरकार की नीतियां खतरनाक हैं। सरकार चाहती है कि खेती घाटे का सौदा बने ताकि किसान अपनी जमीन बेचने पर मजबूर हो जाए। उन्होंने कहा कि किसानों को दिल्ली पर नजर रखनी होगी क्योंकि वहीं से ऐसे फैसले होते हैं जो किसान विरोधी साबित हो रहे हैं।

भाकियू प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि किसानों पर फर्जी मुकदमे लगाए जा रहे हैं और उनकी फसलों का उचित मूल्य नहीं मिल रहा। स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट में सुझाए गए ‘लागत मूल्य प्लस 50 प्रतिशत’ फार्मूले पर अब तक कोई अमल नहीं हुआ। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या किसानों की जमीन लेकर सिर्फ हाईवे बनाने से ही भारत विकसित होगा?

टिकैत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के “वोट चोरी” वाले बयान का समर्थन किया और कहा कि वोट की चोरी 2013 से शुरू हुई थी। उन्होंने यह भी जोड़ा कि ठीक 20 साल पहले भी वे इसी जगह पर किसानों से जुड़े मुद्दों को लेकर आए थे।

उन्होंने छुट्टा गोवंश की समस्या पर कहा कि गोशालाओं के नाम पर चंदा लिया जा रहा है और जमीनें व्यापारियों को दी जा रही हैं, जबकि वहां गायों की देखभाल नहीं हो रही।

टिकैत ने धान की खरीद पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि बिहार का सस्ता धान उत्तर प्रदेश की मंडियों में बेचा जा रहा है। शाहजहांपुर, रामपुर और तराई क्षेत्रों में जब धान का उत्पादन नहीं होता, तब भी एमएसपी पर खरीद दिखाई जाती है।

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Author: ntuser1

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