एक जवान ने पत्नी को बर्थडे विश किया था, एक ने मां को बताई थी ऑपरेशन की बात…
डोडा के 4 शहीदों के आखिरी फोन कॉल की कहानी आज हम आपको बताने जा रहे है |

जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में आतंकवादियों के साथ एनकाउंटर में 4 जवान शहीद हो गए | इनमें से किसी ने पत्नी को बर्थडे विश किया था तो किसी ने मां को ऑपरेशन पर जाने से पहले इसके बारे में बता दिया था | आइए आपको बताते हैं कि शहीदों ने आखिरी फोन कॉल में अपने परिवार से क्या बात की थी |

1. सिपाही बिजेंद्र ने अपने घर पर आखिरी कॉल राजस्थान में अपनी पत्नी को जन्मदिन पर बधाई देने के लिए किया था. बिजेंद्र की पत्नी को उम्मीद थी कि वह जल्दी घर आ जाएंगे ,सिपाही बिजेंद्र के भाई दशरथ ने बताया कि बिजेंद्र घर आने और अपनी पत्नी के साथ दो बेटों से मिलने के लिए उत्साहित था | वह पत्नी के साथ जश्न मनाने के लिए घर आने की कोशिश में थे | आखिरी समय तक उसने कोशिश की, लेकिन उसकी छुट्टी मंजूर नहीं हुई |
2. कैप्टन ब्रिजेश थापा ने मुठभेड़ से दो दिन पहले 14 जुलाई की सुबह सिलीगुड़ी में अपनी मां से बात की थी | उन्होंने कहा था कि वे अगले दिन एक ऑपरेशन के लिए जा रहे हैं , कैप्टन थापा सेना में जाने वाले अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी थे | वे 11 गढ़वाल राइफल्स के सेवानिवृत्त कर्नल भुवनेश कुमार थापा के बेटे थे | उन्होंने कॉल पर कहा था कि वे सुबह 11 बजे निकलेंगे ,उन्हें इलाके तक पहुंचने के लिए लगभग सात से आठ घंटे पैदल चलना पड़ा | उसके बाद उनसे कोई संपर्क नहीं किया | उनकी बड़ी बहन निकिता ऑस्ट्रेलिया में संगीत की पढ़ाई कर रही हैं |
3. झुंझुनू के ही निवासी सिपाही अजय कुमार सिंह ने अपने पिता कमल सिंह और चाचाओं के पदचिन्हों पर चलते हुए यह कदम उठाया, जो सेना में सेवारत थे | नरूका ने बताया कि अजय, जो आखिरी बार दो महीने पहले अपने परिवार से मिलने आया था, आमतौर पर शाम को घर पर फोन करता था. लेकिन घटना वाले दिन उसने असामान्य रूप से दोपहर में फोन किया, जिससे संकेत मिलता है कि वह शाम को फोन नहीं कर पाएगा |
4. श्रीकाकुलम के चतलाथंद्रा के चरवाहों के बेटे 25 वर्षीय नायक राजेश करीब छह साल पहले बचपन का सपना पूरा करते हुए सेना में भर्ती हुए थे | उनके
माता-पिता ने इस साल उनकी शादी कराने की योजना बनाई थी ,लेकिन ऐसा नहीं हो पाया |
ये थी इन चार 4 शहीदों के आखिरी फोन कॉल की कहानी।
								
															
			
			




