राजधानी में स्थापित होने वाले नौसेना शौर्य संग्रहालय का कार्य अतिशीघ्र पूरा किया जाए
पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के अंतर्गत संचालित निर्माण परियोजनाओं को निर्धारित समय के अंदर अनिवार्य रूप से पूरा किया जाए-मंत्री
निश्चय टाइम्स, लखनऊ। कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह ने आज गोमती नगर स्थित पर्यटन भवन में पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न परियोजनाओं के प्रगति की समीक्षा करते हुए कार्यदायी संस्थाओं एवं अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्धारित समय में निर्माण कार्यों को पूरा किया जाए। अगली समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देशों का अनुपालन शत-प्रतिशत न पाए जाने पर कठोर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने जनपद सीतापुर स्थित पौराणिक धर्मस्थल नैमिषारण्य के स्वीकृत कार्यों की धीमी प्रगति पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए युद्ध स्तर पर सभी बाधाओं को दूर करते हुए कार्य करने को कहा।
जयवीर सिंह ने यह भी निर्देश दिए कि नैमिषारण्य तीर्थ प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री की महत्वकांक्षी परियोजना है। इस स्थान पर श्रद्धालुओं के लिए बुनियादी सुविधाएं सृजित करने के साथ ही पर्यटकों को आकर्षित भी करना है। उन्होंने स्वीकृत 04 परियोजनाओं पर निर्माण कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। इसे लगी हुई जिस जमीन पर बाधा आ रही है। उसके लिए प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति, प्रबंधन निदेशक, एक आर्टिटेक्ट तथा संबंधित अधिकारी जिलाधिकारी सीतापुर से विचार विमर्श करके निर्माण कार्य के लिए जमीन उपलब्ध कराए। उन्होंने लखनऊ में स्थापित होने वाले नौसेना शौर्य संग्रहालय के स्थापना की कार्यवाही गतिमान करने के लिए निर्देश दिए।
पर्यटन मंत्री ने समीक्षा के दौरान संस्कृति विभाग की विभिन्न निर्माण परियोजनाओं की गहन समीक्षा की। उन्होंने जनपद आजमगढ़ के हरिहरपुर में संगीत महाविद्यालय की इन्वेंट्री प्रस्तुत करने लखनऊ स्थित डॉ भीमराव आंबेडकर एवं सांस्कृतिक केन्द्र संग्रहालय के आंतरिक कार्य यथाशीर्घ पूरा करने को कहा। इसके अलावा जनपद कन्नौज में अंतर्राष्ट्रीय रोमा समुदाय को समर्पित स्मारक एवं मुक्ताकाशी मंच के अवशेष कार्यों को पूरा करने को कहा। इसके अलावा एटा, हरदोई, अलीगढ़, चित्रकूट, पीलीभीत, फिरोजाबाद, मैनपुरी, अमरोहा आदि जनपदों में राम लीला मैदानों के सौंदर्यीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य की दशहरे से पूर्व पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने बिरजूमहाराज कथक संस्थान, गोमती नगर के भवन का निर्माण कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी ली।
जयवीर सिंह ने वित्तीय वर्ष 2024-25 तक स्वीकृत परियोजनाओं एवं वित्तीय वर्ष 2024-25 तक अनुमोदित परियोजनाओं के सापेक्ष कार्यों के प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने तीर्थ विकास परिषदों के अंतर्गत स्वीकृत परियोजनाओं के कार्य आरंभ होन की स्थिति की भी जानकारी प्राप्त की। इसके अलावा इको टूरिज्म के लिए वर्ष 2023-24 में स्वीकृत जनपद ललितपुर, अंबेडकरनगर, मैनपुरी, बाराबंकी, सीतापुर, बलिया, गोरखपुर, महाराजगंज, चित्रकूट, तथा प्रतापगढ़ की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की। इसी तरह अन्य कार्यदायी संस्थाओं को सौंपे गए इको टूरिज्म के कार्यों की विस्तार से समीक्षा की।
पर्यटन मंत्री ने विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत पहले से चल रहे निर्माण कार्यों एवं वित्तीय वर्ष में स्वीकृत कार्यों के सापेक्ष लोकार्पण/शिलान्यास के आगणन एवं शेष कार्यों की समीक्षा की। इसके साथ ही पूरी तरह से तैयार योजनाओं के रख-रखाव की स्थिति पर अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने विलंबित परियोजनाओं की बाधा दूर कर शीर्घ कार्य पूर्ण करने के एक वर्ष 06 माह से 01 वर्ष 09 माह तक लंबित परियोजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। परियोजना हेतु गठित अनुबंध में कार्य पूर्ण होने की तिथि के सापेक्ष विलंब से चल रही परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। बैठक में मौजूद प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम ने कार्यदायी संस्थाओं एवं अधिकारियों को मंत्री की अपेक्षाओं के अनुरूप निर्माण कार्य की गति तेज करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर विशेष सचिव पर्यटन ईशाप्रिया, विशेष सचिव पर्यटन, संजयकुमार सिंह, विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं के परियोजना प्रबंधक, पर्यटन सलाहाकार जेपीसिंह, उपनिदेशक पर्यटन निदेशालय कल्याण सिंह एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।





