निश्चय टाइम्स, लखनऊ । राजधानी में सड़क हादसों ने फिर दो परिवारों की खुशियां छीन लीं। शुक्रवार को अलग-अलग इलाकों में हुए दो हादसों में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। दोनों ही घटनाओं में लापरवाही और तेज रफ्तार मुख्य वजह रही। ड्यूटी पर जाते वक्त सड़क हादसे का शिकार हो गए पहली घटना काकोरी क्षेत्र के दुलागंज ओवरब्रिज पर हुई। यहां गौरी गांव निवासी वीरेंद्र यादव (55), जो कान्हा उपवन में सिक्योरिटी गार्ड थे, ड्यूटी पर जाते वक्त सड़क हादसे का शिकार हो गए। ओवरब्रिज पर चार माह से स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी थीं। अंधेरे में खड़े खराब पिकअप वाहन से उनकी बाइक जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि वीरेंद्र मौके पर ही चल बसे। हादसे के बाद चालक वाहन छोड़कर भाग निकला। पुलिस ने पिकअप जब्त कर लिया और फरार चालक की तलाश शुरू कर दी है। ग्रामीणों का आरोप है कि एनएचएआई की लापरवाही से यह हादसा हुआ। डाले का पहिया सिर पर चढ़ने से चली गई जान दूसरी घटना बख्शी का तालाब के इटौंजा थाना क्षेत्र में हुई। सीतापुर जिले की सरिता यादव (55) अपने बेटे सुभाष के साथ बाइक से रिश्तेदारी में जा रही थीं। इसी दौरान नेवादा गांव के पास तेज रफ्तार पिकअप डाले ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में डाले का पहिया सरिता के सिर पर चढ़ गया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। बेटा सुभाष गंभीर रूप से घायल हो गया। लोगों ने चालक को पकड़कर पुलिस के किया हवाले स्थानीय लोगों ने आरोपी चालक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।दोनों घटनाओं ने इलाके में गुस्सा और गम का माहौल पैदा कर दिया है। एक ओर परिवारवालों का रो-रोकर बुरा हाल है, तो दूसरी ओर ग्रामीणों ने आउटर रिंग रोड की खराब लाइटों को लेकर एनएचएआई के खिलाफ प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
