पटना: बिहार के मंत्री मंगल पांडे ने केंद्रीय बजट 2025 में मखाना बोर्ड की स्थापना की घोषणा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इसे बिहार के किसानों की दीर्घकालिक मांग बताया।
मंगल पांडे ने कहा, “मैं बिहार के लाखों मखाना किसानों की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद देता हूं। यह मांग वर्षों से लंबित थी, जैसे चाय और रबर बोर्ड हैं, वैसे ही अब मखाना बोर्ड की स्थापना किसानों के लिए ऐतिहासिक कदम होगा।”
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में कहा कि बिहार में मखाना बोर्ड की स्थापना से उत्पादन, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन और विपणन को बढ़ावा मिलेगा। सरकार एफपीओ (फार्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन) के तहत मखाना किसानों को संगठित करेगी और उन्हें प्रशिक्षण व सरकारी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित किया जाएगा।
हाल के वर्षों में मखाना दुनिया भर में एक स्वस्थ स्नैक के रूप में लोकप्रिय हुआ है। इसके पोषण संबंधी लाभों के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी मांग बढ़ रही है। सरकार की नई नीति से किसानों को सीधा फायदा मिलेगा और बिहार के मखाना उत्पादकों को आर्थिक मजबूती मिलेगी।
मखाना उत्पादकों को “वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट” (ODOP) योजना के तहत भी लाभ मिला है। मखाना अनुसंधान केंद्र को राष्ट्रीय संस्थान का दर्जा दिया गया है और इसे जीआई टैग भी प्राप्त हो चुका है।
वित्त मंत्री सीतारमण ने बजट प्रस्तुति में कहा कि सरकार का ध्यान गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी सशक्तीकरण पर रहेगा। बजट आर्थिक सशक्तीकरण, औद्योगिक प्रगति और सामाजिक कल्याण पर केंद्रित है, जिससे भारत को एक नई आर्थिक दिशा मिलेगी।
Author: Sweta Sharma
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