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यूपी के कैबिनेट मंत्री को एसटीएफ से जान का खतरा, बोले-योगी के अफसर रच रहे मेरे खिलाफ साजिशें

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और उनके पति, यूपी सरकार में मंत्री आशीष पटेल ने भ्रष्टाचार के आरोपों पर खुलकर जवाब दिया। अनुप्रिया पटेल ने सपा विधायक पल्लवी पटेल को “धरना मास्टर” कहते हुए निशाना साधा, जबकि आशीष पटेल ने खुद को “सरदार पटेल का बेटा” बताते हुए लड़ाई जारी रखने की बात कही। उन्होंने प्रदेश की योगी सरकार पर सीधा निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री के नजदीकी अफसरों पर उनके खिलाफ साजिशें रचने के भी गंभीर आरोप लगाए है।

प्रदेश में पिछड़े वर्ग की राजनीति में वर्चस्व की दो बहनों की आपसी लड़ाई अब प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के लिए नया संकट बनकर उभर रही है। दोनों बहनों की लड़ाई अब इतनी विकट हो रही है कि एक बहन अपने बहनोई के खिलाफ विधानसभा में धरने पर बैठ रही है, तो दूसरी बहन के पति और उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री सीधे-सीधे योगी सरकार के प्रमुख अफसरो पर ही अपने खिलाफ षडयंत्र रचने के खुले आरोप लगा रहे हैं। प्रदेश सरकार के मंत्री, यूपी एसटीएफ से ही अपनी जान को खतरा भी बता रहे हैं।

मामला कुर्मी बिरादरी की राजनीति में सिरमौर रहे सोनेलाल पटेल के परिवार से जुड़ा है,जिनकी दो बेटियां पल्लवी पटेल और अनुप्रिया पटेल राजनीति में सक्रिय है और दोनों के बीच उत्तराधिकार को लेकर संघर्ष चलता रहता है। अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर से सांसद है और मोदी सरकार में मंत्री हैं जबकि उनके पति आशीष पटेल उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं । अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल के 13 विधायक भी है, वही पल्लवी पटेल समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर उस समय चर्चाओं में आई थी जब उन्होंने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को हराकर जीत हासिल की थी। वर्तमान में पल्लवी पटेल समाजवादी पार्टी से नाराज चल रही है।

गत दिनों भारतीय जनता पार्टी की खुर्जा की विधायक मीनाक्षी सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल के विभाग पर अनियमितता का आरोप लगाया था। यह मामला सुर्खियों में आते ही पल्लवी पटेल ने विधानसभा में इस मामले को उठाने की कोशिश की, विधानसभा में अवसर न मिलने पर वे विधानसभा में ही बाहर धरने पर बैठ गई थी । उन्होंने आरोप लगाया था कि मंत्री आशीष पटेल ने 25-25 लाख रुपए वसूल कर अपने विभाग में गलत तरीके से प्रोन्नति दी है। इसी मामले को लेकर पल्लवी पटेल ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से भी मिलकर उन्हें शिकायती पत्र सौंपा था ।

गत दिवस उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल ने सोशल मीडिया पर एक पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि उत्तर प्रदेश एसटीएफ उनके खिलाफ षड्यंत्र रच रही है और एसटीएफ से उन्हें अपनी जान का खतरा है,उन्होंने उत्तर प्रदेश के सूचना विभाग के निदेशक शिशिर सिंह पर भी अपने खिलाफ षडयंत्र रचने का आरोप लगाया था ।

गुरूवार को  प्रदेश के कबीना मंत्री आशीष पटेल और उनकी पत्नी एवं केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने परोक्ष रुप से योगी सरकार पर हमला करते हुये कहा कि सामाजिक न्याय की लड़ाई में अपना दल (एस) किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करेगा।

नये साल में पार्टी की पहली बैठक में अपने संबोधन के दौरान श्री पटेल ने अपनी ही सरकार पर हमलावर दिखे। उन्होने इशारों में कहा कि पिछले दिनों विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान उनके खिलाफ धरने पर बैठी सिराथू विधायक पल्लवी पटेल के पीछे कुछ वरिष्ठ राजनेता और अधिकारी थे। एसटीएफ के एक अधिकारी ने तो बाकायदा दो लोगों को पल्लवी पटेल के साथ बैठाया और सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री आधी रात में धरना खत्म करने के लिये पल्लवी को मनाते दिखे।

बाद में पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने  कहा कि अपना दल (एस) सामाजिक न्याय की लड़ाई से पीछे नहीं हटेगा और यदि पार्टी के किसी भी कार्यकर्ता अथवा नेता की प्रतिष्ठा पर आंच आएगी तो पूरी पार्टी उसका डट कर मुकाबला करेगी। उन्होने कहा कि उन्हे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है और अपना दल (एस) राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा बना रहेगा।

उन्होने कहा कि श्री पटेल ने अपना दर्द आज कार्यकर्ताओं के बीच साझा किया है और पूरी पार्टी उनके साथ है। पत्रकारों के बार बार कुरेदने पर भी न तो अनुप्रिया ने और न ही आशीष पटेल ने किसी भी राजनेता अथवा एसटीएफ के अधिकारी विशेष का नाम नहीं लिया।

आशीष पटेल ने कहा कि पल्लवी पटेल के उन पर लगाये गये आरोप निराधार हैं और वह इसके लिये पहले भी किसी भी तरह की जांच की सहमति दे चुके हैं। दरअसल, कुछ लोगों की मंशा पार्टी को डर दिखा कर सामाजिक न्याय की लड़ाई को कमजोर करना है मगर वह न तो डरेंगे बल्कि पिछड़े वर्ग के लिये उनकी लड़ाई और मजबूत होगी।

मंत्री आशीष ने चुनौती भरे लहजे में कहा, “एसटीएफ का नाम स्पेशल टास्क फोर्स है। अगर हिम्मत है तो सीने में गोली मारो।” उन्होंने यह भी कहा कि उनकी और उनकी पत्नी की संपत्ति की जांच कर ली जाए, उन्हें किसी से डर नहीं है।

आरोप-प्रत्यारोप के इस दौर में आशीष पटेल ने सूचना विभाग के अधिकारियों पर भी सवाल उठाए और कहा, “मर्यादा पार करने पर हम भी मर्यादा भूल जाएंगे।”

केंद्र और प्रदेश में मंत्री अनुप्रिया पटेल और उनके पति आशीष पटेल के इस बगावती तेवर ने उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के लिए असहजता की स्थिति जरूर पैदा कर दी है। राजनीतिक समीक्षको का मानना है कि आने वाले दिनों में प्रदेश की राजनीति कुछ नई करवट ले सकती है। राजनीतिक समीक्षक इस लड़ाई को उत्तर प्रदेश और दिल्ली की लड़ाई से जोड़कर भी देख रहे हैं।

Admin Desk
Author: Admin Desk

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