लखनऊ में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडेय की मौत को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने गुरुवार को जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला जलाया गया। पुतला दहन के दौरान एनएसयूआई के कार्यकर्ता अक्षत सिंह आग की चपेट में आकर झुलस गए।
विरोध प्रदर्शन और श्रद्धांजलि सभा
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए पार्टी कार्यालय के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन किया। इसके बाद श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय, पूर्व मंत्री, सांसद, विधायक और अन्य नेता शामिल हुए।
पुलिस जांच तेज
इस घटना के बाद पुलिस टीम ने जांच शुरू कर दी है। डीसीपी मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि:
-
कांग्रेस कार्यालय के केयरटेकर के बयान दर्ज किए जाएंगे।
-
घटना से जुड़े सीसीटीवी फुटेज जब्त किए जाएंगे।
-
प्रदर्शन का आह्वान करने वाले नेताओं और इसमें शामिल लोगों से पूछताछ की जाएगी।
-
फोरेंसिक टीम ने कांग्रेस कार्यालय से साक्ष्य संकलित किए हैं।
फोरेंसिक जांच होगी
प्रभात पांडेय के मोबाइल फोन को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। यह भी पता लगाया जाएगा कि गोरखपुर से उनके साथ कौन-कौन लोग आए थे और प्रदर्शन के दौरान उनके साथ कौन मौजूद था।
कांग्रेस का आरोप, पुलिस की जिम्मेदारी
कांग्रेस ने कार्यकर्ता की मौत को सरकार और प्रशासन की विफलता बताया है। वहीं, पुलिस का कहना है कि सभी साक्ष्य जुटाकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रभात पांडेय की मौत के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया है। इस घटना से राजनीतिक माहौल गरमा गया है। अब पुलिस जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।

Author: Sweta Sharma
I am Sweta Sharma, a dedicated reporter and content writer, specializes in uncovering truths and crafting compelling news, interviews, and features.