[the_ad id="4133"]
Home » इंडिया » उत्तर प्रदेश » लखनऊ » “वर्ल्ड फूड इंडिया 2025: उत्तर प्रदेश फूड प्रोसेसिंग सेक्टर की दमदार मौजूदगी”

“वर्ल्ड फूड इंडिया 2025: उत्तर प्रदेश फूड प्रोसेसिंग सेक्टर की दमदार मौजूदगी”

 

खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय भारत सरकार के सचिव ने उत्तर प्रदेश के खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को वर्ल्ड फूड इंडिया- 2025 में प्रतिभाग करने के लिए किया आमन्त्रित।

निश्चय टाइम्स,लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने खाद्य प्रसंस्करण विभाग उत्तर प्रदेश के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह 25 से 28 सितम्बर 2025 तक नई दिल्ली में आयोजित होने वाले वर्ल्ड फूड इंडिया- 2025 में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाय और उत्तर प्रदेश के खाद्य प्रसंस्करण से सम्बन्धित स्टालों को लगवाने तथा उत्तर प्रदेश की खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति आदि के प्रचार-प्रसार आदि की तैयारी करना सुनिश्चित किया जाए।
नॉलेज चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के सहयोग से नोवोटेल होटल लखनऊ, में सोमवार को एक उद्योग सम्पर्क बैठक का आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. सुब्रत गुप्ता, सचिव, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय भारत सरकार ने कहा कि गतिशील खाद्य प्रसंस्करण पारिस्थितिकी तंत्र को वर्ल्ड फूड इंडिया- 2025 उद्योग जगत के नेताओं, एमएसएमई, स्टार्टअप्स और नवप्रवर्तकों को अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करने, निर्यात के अवसरों का पता लगाने, रणनीतिक साझेदारी स्थापित करने और खाद्य प्रसंस्करण में वैश्विक केंद्र बनने के भारत के दृष्टिकोण में योगदान देने के लिए एक प्रतिष्ठित वैश्विक मंच प्रदान करता है। उन्होने कहा कि वर्ल्ड फूड इंडिया- 2025, जो एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम होगा ,में उत्तर प्रदेश के खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को वर्ल्ड फूड इंडिया- 2025 में प्रतिभाग करने के लिए आमन्त्रित किया।बताया कि यह आयोजन 25-28 सितंबर, 2025 के दौरान नई दिल्ली में आयोजित किया जायेगा। उन्होंने वैश्विक मंच पर खाद्य प्रसंस्करण में क्षेत्र की ताकत और नवाचारों को प्रदर्शित करने के महत्व पर जोर दिया।

वर्ल्ड फूड इंडिया- 2025 में उत्तर प्रदेश के फूड प्रोसेसिंग सेक्टर द्वारा की जायेगी सक्रिय
भागीदारी

डॉ. गुप्ता ने उद्योग प्रतिनिधियों के साथ सार्थक चर्चा भी की, जिसमें जीएसटी, प्रोत्साहन योजनाओं और अन्य नियामक मामलों से संबंधित प्रमुख जानकारी दी।बैठक में उत्तर प्रदेश सरकार के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के अपर मुख्य सचिव बी.एल. मीना ने विभिन्न नीतिगत हस्तक्षेपों, बुनियादी ढांचे के विकास और व्यापार करने में आसानी के सुधारों के माध्यम से खाद्य प्रसंस्करण को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यूपी की खाद्य प्रसंस्करण नीति पूंजी सब्सिडी, ब्याज छूट और प्रसंस्करण इकाइयों, कोल्ड चेन और लॉजिस्टिक्स पार्कों की स्थापना के लिए समर्थन सहित आकर्षक प्रोत्साहन प्रदान करती है। पीएम फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज (पीएमएफएमई) योजना के तहत, वे वित्तीय, तकनीकी और प्रशिक्षण सहायता प्रदान करके सूक्ष्म और लघु खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं।
विजय किरण आनन्द ,सीईओ, इन्वेस्ट यूपी, उत्तर प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश राज्य में निवेश के अवसरों के बारे में जानकारी साझा की।विवेक कुमार सिंह, उप सचिव, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय ने खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को समर्थन देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला।
इस कार्यक्रम में इन्वेस्ट इंडिया की आरती ऋषि, फिक्की के उप निदेशक अपूर्व भटनागर, केसीसीआई के निदेशक डॉ. अमित जोशी और केसीसीआई के निदेशक नकुल प्रकाश लाखे सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में 150 से अधिक खाद्य प्रसंस्करण और संबद्ध क्षेत्र के उद्योगों के प्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
ज्ञातव्य है कि वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 उद्योग जगत के प्रतिनिधियो, एमएसएमई, स्टार्टअप्स और नवप्रवर्तकों को अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करने, निर्यात के अवसरों का पता लगाने, रणनीतिक साझेदारी स्थापित करने और खाद्य प्रसंस्करण में वैश्विक केंद्र बनने के भारत के दृष्टिकोण में योगदान देने के लिए एक प्रतिष्ठित वैश्विक मंच प्रदान करता है।

Sweta Sharma
Author: Sweta Sharma

I am Sweta Sharma, a dedicated reporter and content writer, specializes in uncovering truths and crafting compelling news, interviews, and features.

Share This

Post your reaction on this news

Leave a Comment

Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com