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महाकुंभ में हादसे के लिए वीआईपी जिम्मेदार, आम श्रद्धालुओं पर ध्यान दे सरकार : सांसद उज्ज्वल रमन

महाकुंभ नगर। प्रयागराज में बुधवार को मौनी अमावस्या के अवसर पर महाकुंभ 2025 में भीड़ में मची अफरा-तफरी के बीच ऐसा हादसा देखने को मिला जिसमें कई लोगों की मौत हो गई और कई गंभीर रूप से घायल हैं। प्रयागराज से कांग्रेस पार्टी के सांसद उज्ज्वल रमन ने इस घटना के लिए वीआईपी को जिम्मेदार ठहराया है। उज्ज्वल रमन स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में आए थे।

उज्ज्वल रमन ने बताया, मैं सबसे पहले यह कहूंगा जो लोग मृतक हैं, प्रभु श्रीराम अपने चरणों में उनको स्थान दें। घायल लोग जल्दी सकुशल हों और उनको उत्तर प्रदेश की सरकार उनके घरों तक पहुंचने की व्यवस्था करें। कहीं न कहीं मेला प्रशासन और पुलिस की नाकामयाबी की वजह से इतनी बड़ी घटना हुई है। मैं बार-बार आगाह कर रहा था और निवेदन कर रहा था लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था। पूरा प्रशासन केवल वीआईपी लोगों की आवभगत में लगा रहा। उन्होंने आम श्रद्धालु और कल्पवासियों की नहीं सुनी। उन्होंने तीर्थ पुरोहित की नहीं सुनी, उन्होंने नाव चलाने वाले लोगों की बात नहीं सुनी। उन्होंने सिर्फ वीआईपी लोगों की बात सुनी।

उन्होंने आगे कहा, आज इसके लिए अगर कोई जिम्मेदार है तो वह वीआईपी हैं। मेला प्रशासन केवल उनकी तरफ देखता रहा। सभी पलटून बंद कर देने के कारण यह हुआ है।

उज्ज्वल रमन ने कहा कि इस मामले में त्रिस्तरीय समिति की जांच को हम नहीं मानते हैं क्योंकि यह कहीं न कहीं लीपापोती करने का काम उत्तर प्रदेश की सरकार करने जा रही है। जांच समिति की तीन महीने बाद रिपोर्ट में किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाएगा। हम सिटिंग सुप्रीम कोर्ट के जज से मांग करते हैं या फिर जेपीसी बनाकर सर्वदलीय संसदीय समिति इसकी जांच करें जिससे दूध का दूध, पानी का पानी हो कि इस घटना का जिम्मेदार कौन है।

उन्होंने कहा कि आज भी सरकार आंकड़ों को छुपा रही है। आने वाले दिनों में वीआईपी लोगों को रोका जाए। मेरा वीआईपी लोगों से आग्रह है कि आम श्रद्धालु की तरह मेले में आप आएं। आपका स्वागत है।

उज्ज्वल रमन ने प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा, इतनी बड़ी दुर्घटना हो गई लेकिन प्रशासन तैयार नहीं था। ना भोजन की व्यवस्था थी, ना पानी की और ना ही शौचालय की। दूसरी तरफ सरकार इस इवेंट के जरिए अपनी ब्रांडिंग करने में लगी हुई थी। इसका राजनीतिक लाभ लेने का एक प्रयास कर रही थी। यह दुखद है, यह तप, तपस्या और त्याग की भूमि है। निश्चित तौर पर सरकार यह भूल गई और कहीं न कहीं एक आडंबर करने में रह गई। जिस वजह से आज इतनी बड़ी घटना हुई है। मैं कहूंगा कि जो बाकी मेले का समय बचा है, सरकार श्रद्धालुओं की ओर ध्यान दें।

उज्ज्वल रमन ने सरकार से सफेद पत्र जारी करने की अपील भी की क्योंकि जो 7,000 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं, जनता को यह पता चलना चाहिए कि किन मदों में कितना पैसा खर्च हुआ। निश्चित तौर पर पैसे की बंदरबांट हुई है। मेले को लेकर आज भी सरकार की एक योजना पूरी नहीं हुई है। इसलिए इस नाकाम प्रयास के जिम्मेदार जो भी व्यक्ति हैं, उन पर कार्रवाई हो।

Admin Desk
Author: Admin Desk

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