भारतीय क्रिकेट के सबसे भरोसेमंद चेहरों में शुमार विराट कोहली अब टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की तैयारी में हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोहली ने बीसीसीआई को अपने फैसले से अवगत करा दिया है। हालांकि बोर्ड ने उन्हें आग्रह किया है कि वे इस निर्णय पर पुनर्विचार करें, खासकर इंग्लैंड के आगामी टेस्ट दौरे को देखते हुए। यह फैसला ऐसे समय आया है जब हाल ही में रोहित शर्मा ने भी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा है।
कोहली का यह निर्णय पिछले कुछ वर्षों में टेस्ट क्रिकेट में उनके प्रदर्शन में गिरावट और मानसिक थकान को देखते हुए सामने आया है। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल के दौरों में कोहली का प्रदर्शन उम्मीद से काफी कमजोर रहा। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 5 टेस्ट की 9 पारियों में सिर्फ 190 रन बनाए, वहीं न्यूजीलैंड के खिलाफ 15.50 की औसत से सिर्फ 93 रन बना पाए।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट बताती है कि कोहली ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाद ही टेस्ट भविष्य पर विचार करना शुरू कर दिया था। पहले टेस्ट में शतक लगाने के बाद वे बाकी मुकाबलों में पूरी तरह फ्लॉप रहे। मानसिक दबाव को लेकर कोहली ने आरसीबी पॉडकास्ट में भी खुलकर बात की थी और स्वीकार किया था कि वे अब थकान महसूस करते हैं और ईमानदारी से अपने खेल का मूल्यांकन कर रहे हैं।
अगर कोहली अपने फैसले पर कायम रहते हैं तो यह भारतीय टेस्ट क्रिकेट के एक युग का अंत होगा। रोहित और कोहली दोनों टी20 से पहले ही संन्यास ले चुके हैं। अब टेस्ट से भी हटने के बाद केवल वनडे में ही उनका योगदान शेष रहेगा।
इस बदलाव के बाद भारतीय टेस्ट टीम की जिम्मेदारी युवा खिलाड़ियों—शुभमन गिल, केएल राहुल, यशस्वी जायसवाल और श्रेयस अय्यर जैसे नामों पर आ जाएगी। इंग्लैंड दौरे के लिए कप्तानी की दौड़ में शुभमन गिल और जसप्रीत बुमराह के नाम सबसे आगे बताए जा रहे हैं।
कोहली ने टेस्ट में 123 मैचों में 9,230 रन बनाए हैं। पिछले पांच साल में उनका औसत गिरा है, लेकिन उनका जज्बा और टीम के लिए समर्पण अब भी क्रिकेटप्रेमियों को भावुक कर रहा है।

Author: Sweta Sharma
I am Sweta Sharma, a dedicated reporter and content writer, specializes in uncovering truths and crafting compelling news, interviews, and features.