प्रशिक्षित नेचर गाइड यात्रियों को इस क्षेत्र के इतिहास एवं प्राकृतिक सुंदरता की देगें जानकारी-जयवीर सिंह
मानसून के दौरान इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश इको टूरिज्म विकास बोर्ड और राज्य वन विभाग के संयुक्त प्रयास से संचालित विस्टाडोम कोच में तैनात दो प्रशिक्षित नेचर गाइड्स यात्रियों को रोमांचक यात्रा का अनुभूति करायेंगे। यह सुविधा शनिवार से मैलानी से बिछिया और बिछिया से मैलानी (लखीमपुर) के बीच चलने वाली ट्रेन में उपलब्ध होगी। गाइड्स को माइक और स्पीकर सिस्टम से लैस किया गया है, जिससे वे 107 किलोमीटर लंबे चार घंटे की यात्रा के दौरान स्थानीय वनस्पति, जीव-जंतुओं और जनजातीय परंपराओं के बारे में रोचक जानकारियां साझा करेंगे। विस्टाडोम कोच अपनी विशेष रूप से डिजाइन किए गए कोच, बड़ी कांच की खिड़कियों और पारदर्शी छत के लिए पर्यटकों के बीच पहले से लोकप्रिय है। यह जानकारी उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि कल से शुरू हो रही बिछिया से मैलानी तक की यात्रा पर्यटकों एवं प्रकृति प्रेमियों के लिए रोमांचकारी होगी। साथ ही युवाओं व पर्यटकों के लिए प्रकृति से जोड़ने तथा जीव-जंतुओं के प्रति संरक्षण के लिए जागरूक करेगी। इस यात्रा में साथ चलने वाले नेचर गाइड्स इस यात्रा को यादगार बनाने का हरसंभव प्रयास करेंगे। उन्होंने बताया, मानसून के दिनों में विस्टाडोम कोच में यात्रा अब केवल प्राकृतिक खूबसूरती का आनंद लेने तक सीमित नहीं रहेगी। यह प्रशिक्षित नेचर गाइड्स की मौजूदगी में विविध जानकारियों के साथ रोमांचकारी सफर में बदल जाएगा। इस पहल से न केवल इको-टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा बल्कि जंगल की हरियाली, नदियों का बढ़ता जलस्तर और वन्य जीवों की गतिविधियां पर्यटकों को रोमांचित करेगी।
पर्यटन ने बताया कि बफर में सफर अभियान के तहत अब लोकप्रिय विस्टाडोम ट्रेन में प्रशिक्षित नेचर गाइड्स की तैनाती की जा रही है। यह पहल पर्यटकों की सामान्य रेल यात्रा को यादगार अनुभूति का रूप देगी। नेचर गाइड्स पर्यटकों को स्थानीय संस्कृति, जैव विविधता सहित अन्य जानकारियां देंगे। इस पूरे क्षेत्र में बाघ, हिरण, नीलगाय सहित सैकड़ों प्रजातियों के पक्षी और कीट निवास करते हैं। बरसात के दिनों में जंगल हरितिमा की चादर ओढ़ लेता है। बीच-बीच में मानसून की फुंहारें पर्यटकों को विशेष रोमांच का अनुभूति कराती है। यह पूरा क्षेत्र हरे-भरे पेड़ों, मिट्टी की सौंधी सुगंध और वन्यजीव गतिविधियों से परिपूर्ण रहता है, जो पर्यटकों को अनूठा अनुभव प्रदान करता है।
Author: Sweta Sharma
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