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जेल में जाली वाले मुलाकात घरों से जल्दी मिलेगी राहत : कारागार मंत्री

जेलों में बंदियों की मुलाकात, साफ-सफाई, भोजन की गुणवत्ता पर ध्यान दें अफसर : दारा सिंह चौहान
विभाग में अधिकारियों की कमी को जल्दी दूर किया जाएगा, अंग्रेजों के समय में भी नहीं होती थी ऐसे मुलाकात 

राकेश यादव

लखनऊ। ब्रिटिश काल में देश की आजादी के क्रांतिकारियों को जेल में रखा जाता था। उस काल में क्रांतिकारियों की मुलाकात भी ऐसे नहीं कराई जाती थी। क्रांतिकारियों की मुलाकात सामान्य तरीके से ही कराई जाती है। वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश की कुछ चुनिंदा जेलों में बंदियों की मुलाकात जाली वाले मुलाकात घरों में कराई जा रही है। यह मुलाकात पूरी तरह से अमानवीय है। इस व्यवस्था को बदला जाएगा। यह बात प्रदेश की योगी सरकार में कैबिनेट कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान ने खास बातचीत में कही।

पेश है जेल मंत्री से की गई बातचीत के कुछ अंश :-

सवाल: प्रदेश कारागार विभाग को संभाले हुए आपको करीब आठ माह का समय बीत चुका है। इस दौरान आपने कितनी जेलों का दौरा किया। इस दौरे के दौरान आपको जेलों में कौन सी बड़ी समस्या नजर आई?

जवाब: आठ माह के कार्यकाल के दौरान अभी तक पूर्वांचल से लेकर पश्चिम तक की करीब एक दर्जन जेलों का भ्रमण और निरीक्षण किया। इस दौरान देखा कि कई जेलों में बंदियों के परिजनों की मुलाकात जेल के अंदर बने मुलाकात हातो में कराई जाती है तो कुछ जेलों में  बंदियों की मुलाकात जाली वाले मुलाकातघरों में कराई जा रही है।

सवाल: मंत्री जी प्रदेश की जेलों में बंदियों की दो तरह से कराई जा रही मुलाकात व्यवस्था में परिवर्तन के लिए क्या कोई कदम उठाए जाएंगे?

जवाब: उन्होंने कहा कि प्रदेश की करीब एक दर्जन जेलों में जाली वाले मुलाकातघरों में बंदियों की परिजनों से मुलाकात कराई जा रही है। वह पूरी तरह से अमानवीय है। जाली वाले मुलाकात घरों में बंदी सिर्फ अपने परिजनों को देख जरूर लेते है लेकिन बात नहीं कर पाते है। दो जालियों के बीच दूरी होने की वजह से बंदी उधर से और परिजन दूसरी ओर से चिल्लाते है। इससे न बंदी परिजनों की और बंदी परिजन को आवाज सुन पाता है। इससे परिजनों को काफी परेशानी होती है। इस समस्या के निस्तारण के लिए शासन और मुख्यालय के अफसरों से विचार विमर्श चल रहा है। जल्दी ही इस व्यवस्था में परिवर्तन किया जाएगा।

सवाल: जेलों के निरीक्षण के दौरान आपने जेल के अंदर की किन किन व्यवस्थाओं को बारीकियों से अवलोकन किया और क्या निर्देश दिए?

जवाब: मंत्री दारा सिंह चौहान ने बताया कि जेलों के भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने बंदियों से मुलाकात व्यवस्था, खानपान, साफ सफाई, भोजन की गुणवत्ता के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। जेलों में अधिकारियों को साफ सफाई की व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ गुणवत्तापूर्ण भोजन दिए जाने का निर्देश दिया गया है।

सवाल: प्रदेश की जेलों में बंदियों के अनुपात में अधिकारियों और कर्मियों की संख्या काफी कम है। इस समस्या को दूर करने के लिए विभाग की ओर से कोई योजना तैयार की गई है?

जवाब: प्रदेश की जेलों में सुरक्षाकर्मियों की कोई कमी नहीं है। विभाग में पर्याप्त संख्या में वार्डर मौजूद हैं। बीते दिनों वार्डर की भर्ती कर इसे काफी हद तक नियंत्रित कर लिया गया है। अधिकारियों की कमी को पूरा करने के लिए भी लगातार प्रयास किए जा रहे है।

सवाल: प्रदेश की जेलों में कैदियों के पुनर्वास के लिए कोई नई योजनाएं बनाई गई?

जवाब: जेलों में बंदियों के पुनर्वास के लिए तमाम योजनाएं संचालित की जा रही है। कौशल मिशन के तहत बंदियों को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रदेश की केंद्रीय कारागारों में उद्योग संचालित हो रहे है। इन उद्योगों में कैदी श्रम करके अच्छा पारिश्रमिक पा रहे हैं।

Admin Desk
Author: Admin Desk

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