निश्चय टाइम्स, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पशु एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने आज यहां विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में प्रदेश में गोवंशीय पशुओं में लम्पी स्किन डिजीज के संक्रमण के रोकथाम, उपचार, रोकथाम, टीकाकरण एवं अन्य प्रभावी कार्यवाहियों के संबंध में प्रेस प्रतिनिधियों को आवश्यक जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार के प्रयासों से प्रदेश में एल0एस0डी0 रोग का प्रभावी नियंत्रण पा लिया गया है। मंत्री ने बताया कि प्रदेश के बिहार सीमा से लगे 11 जनपद एल0एस0डी0 रोग से प्रभावित हैं तथा इनसे सटे कुछ जनपदों में छिटपुट गोवंशीय पशुओं में एल0एस0डी0 के लक्षण पाये जा रहे हैं। पशुधन मंत्री ने कहा कि एल०एस०डी० के प्रभावी रोकथाम हेतु प्रदेश में 61.20 लाख डोज गोट पाक्स वैक्सीन उपलब्ध है, जिसके माध्यम से पशुओं का टीकाकरण किया जा रहा है। गोट पाक्स वैक्सीन मुख्यतया बकरियों में चेचक रोग के रोकथाम हेतु लगायी जाती है। पूर्व में एल०एस०डी० डेडिकेटेड वैक्सीन की अनउपलब्धता के कारण इसका उपयोग गोवंश में लम्पी रोग नियंत्रण हेतु किया जाता रहा है। एल०एस०डी० के प्रभावी नियंत्रण एवं निवारण की आकस्मिकता के दृष्टिगत मा० मुख्यमंत्री के निर्देश पर आई0वी0आर0आई0 द्वारा नवीन विकसित ‘‘लम्पी प्रोवैक” वैक्सीन की 60000 खुराक हवाई मार्ग द्वारा बैंगलौर से मंगवा ली गयी है। इसे पूर्वांचल के अधिक प्रभावित जनपदों, गोरखपुर एवं समीपवर्ती जनपदों में युद्ध स्तर पर टीकाकरण अभियान चलाकर एल०एस०डी० रोग के नियंत्रण की प्रभावी कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गयी है।
श्री सिंह ने जानकारी दी कि पूर्ण प्रभावित क्षेत्रों में बेल्ट वैक्सीनेशन के अन्तर्गत 1447 ग्रामों व छिटपुट प्रभावित 2558 ग्रामों में रिंग वैक्सीनेशन का कार्य किया जा चुका है। बिहार राज्य की सीमा से लगे जनपदों की सीमा पर 10 किमी0 की बेल्ट बनाकर सभी गोवंशों में टीकाकरण किया जा रहा है। बिहार राज्य से लगे सीमावर्ती 7 जनपदों में गोवंशों का सीमा पर आना प्रतिबंधित कर दिया गया है। प्रदेश के 11 जनपदों चंदौली, गाजीपुर, बलिया, देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, मऊ, संतकबीर नगर एवं महाराजगंज में लगभग 9353 एल०एस०डी० प्रभावित गोवंश हैं जिनमें से उपचार उपरान्त 6769 पशु निरोग हो गये हैं तथा 2584 पशुओं का उपचार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इसी क्रम में जनपद देवरिया में 16 पशु चिकित्सा विशेषकों की तथा जनपद कुशीनगर में 07 पशु चिकित्साविदों की एक संयुक्त निदेशक के निर्देशन में टीम भेजी गयी है, जिनके द्वारा टीकाकरण एवं चिकित्सा कार्य किया गया था जिससे इन जनपदों में एल०एस०डी० बीमारी पर प्रभावी नियंत्रण किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त 11 जनपदों में संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारियों को बीमारी के सघन उपचार एवं बीमारी की रोकथाम एवं नियंत्रण के अनुश्रवण हेतु अग्रिम आदेशों तक जनपदों में कार्य करने हेतु निर्देश दिये गये हैं। रोग के प्रसार को रोकने हेतु प्रदेश एवं जनपद स्तर पर एल०एस०डी० सघन निगरानी सेल का गठन किया गया है किसी भी जानकारी हेतु विभागीय टोलफ्री नम्बर- 18001805141 पर सम्पर्क किया जा सकता है। जनपदों में टीमें गठित कर टीकाकरण एवं चिकित्सा का कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सुदूर क्षेत्रों में मोबाइल वेटेरिनरी वाहनों (टोल फ्री नम्बर- 1962) द्वारा अपनी पूर्ण क्षमता के साथ एल०एस०डी० प्रभावित गोवंशों का उपचार, टीकाकरण तथा जागरूकता अभियान का कार्य किया जा रहा है। जनपद स्तर पर रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अनुश्रवण हेतु मुख्यालय से नोडल अधिकारियों एवं टीकाकरण एवं चिकित्सा को गति प्रदान करने हेतु अन्य जनपदों से पशु चिकित्सा अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में भेजा जा रहा है। सम्पूर्ण प्रदेश में एल०एस०डी० रोग की रोकथाम हेतु ग्राम स्तर पर जागरूकता अभियान तथा मक्खी, मच्छर के रोकथाम हेतु फागिंग, सेनिटाइजेशन व साफ-सफाई आदि की कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है।
