पटना: बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था होते हुए भी अपने दर्जे का दुरुपयोग कर रहा है और भाजपा के इशारे पर काम कर रहा है। यादव ने कहा कि बिहार में लगातार मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं, कई लोगों के पास जरूरी दस्तावेज नहीं हैं और कई ऐसे मतदाता हैं जो राज्य से बाहर रहकर भी यहीं वोट डालते हैं। तेजस्वी यादव के मुताबिक, भाजपा चुनाव आयोग को “मुखौटा” बनाकर अपनी राजनीतिक साजिश को अंजाम दे रही है। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार को विशेष पैकेज और विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए था, लेकिन इसके बजाय एसआईआर की प्रक्रिया लागू कर दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के पास दो वोटर कार्ड हैं, और इस मामले पर सुनवाई अदालत में होनी है।
उन्होंने कहा कि कई बार चुनाव आयोग सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की भी अनदेखी करता है, जो लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए चिंता का विषय है। इस बीच, एसआईआर के विरोध में इंडिया ब्लॉक के नेता लगातार आंदोलन कर रहे हैं। आज संसद में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित इंडिया ब्लॉक के कई नेताओं ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। कई विपक्षी सांसद ‘124 नॉट आउट’ लिखी सफेद टी-शर्ट पहनकर आए, जबकि एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले और डीएमके सांसद कनिमोझी प्याज लेकर प्रदर्शन करते दिखे।

Author: Sweta Sharma
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